यूपी में कांग्रेस की सरकार बनने पर 10 लाख रुपए तक का मुफ्त होगा इलाज, प्रियंका गांधी का ऐलान
लखनऊ, 25 अक्टूबर: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूपी दौरे से ठीक पहले योगी सरकार पर तंज कसा है। साथ ही, आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक बड़ा ऐलान भी किया है। प्रियंका ने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार बनेगी तो यूपी में दस लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त होगा।
'कोई भी हो बीमारी, मुफ्त होगा 10 लाख तक इलाज सरकारी'
प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, ''कोरोना काल में और अभी प्रदेश में फैले बुखार में सरकारी उपेक्षा के चलते उप्र की स्वास्थ्य व्यवस्था की जर्जर हालत सबने देखी। सस्ते व अच्छे इलाज के लिए घोषणापत्र समिति की सहमति से यूपी कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि सरकार बनने पर 'कोई भी हो बीमारी मुफ्त होगा 10 लाख तक इलाज सरकारी।"
कोरोना काल में और अभी प्रदेश में फैले बुखार में सरकारी उपेक्षा के चलते उप्र की स्वास्थ्य व्यवस्था की जर्जर हालत सबने देखी।
सस्ते व अच्छे इलाज के लिए घोषणापत्र समिति की सहमति से यूपी कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि सरकार बनने पर
'कोई भी हो बीमारी
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 25, 2021
मुफ्त होगा 10 लाख तक इलाज सरकारी।' pic.twitter.com/wJbTZXbjmk
प्रियंका ने सात वादों के साथ "प्रतिज्ञा यात्रा" को दिखाई हरी झंडी
इससे पहले प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से कांग्रेस की "प्रतिज्ञा यात्रा" को सात वादों के साथ हरी झंडी दिखाई थी, जिसमें अगले साल के विधानसभा चुनावों में सत्ता में आने पर किसानों की कर्ज माफी और 20 लाख लोगों को नौकरी देना शामिल था। कांग्रेस ने 2,500 रुपये प्रति क्विंटल और गन्ने के लिए 400 रुपए प्रति क्विंटल पर गेहूं और धान की खरीद का भी वादा किया है। 20 लाख लोगों को नौकरियों के अलावा कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर राज्य में सत्ता में आती है, तो उनकी पार्टी "सभी का बिजली बिल आधा" कर देगी। उन्होंने चुनाव में कांग्रेस द्वारा महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने की बात दोहराते हुए कहा कि उनकी पार्टी महिलाओं के लिए एक अलग घोषणा पत्र लाएगी।
पार्टी ने यह भी दोहराया कि वह सत्ता में आने पर 12वीं पास लड़कियों को स्मार्टफोन और स्नातक लड़कियों को ई-स्कूटर देगी। कांग्रेस ने कहा कि वह उन परिवारों को 25,000 रुपए देगी, जिन्हें कोविड संकट के कारण वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा था। प्रियंका ने महिलाओं के लिए एक सप्ताह के समय में एक अलग घोषणा पत्र का वादा किया और जोर देकर कहा कि राजनीति में उनकी भागीदारी आवश्यक है।