कोविड स्थिति को देखते हुए प्रियंका गांधी ने PM मोदी को घेरा, कहा- इस आपात स्थिति में हो गए नौ दो ग्यारह
कोविड स्थिति को देखते हुए प्रियंका गांधी ने PM मोदी को घेरा, कहा- इस आपात स्थिति में हो गए नौ दो ग्यारह
लखनऊ, अप्रैल 17: कोरोना वायरस महामारी की स्थिति देश में अब भयावह हो गई है। देश के अंदर पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2,34,692 नए मामले सामने आए है। तो वहीं, 1,341 मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। कोरोना संक्रमण की इस भयावह स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश प्रभारी व कांग्रेस की महाचिव प्रियंका गांधी ने देश के पीएम नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश की है। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लिखा, 'कप्तान की सीट पर बैठे पीएम मोदी, जिन्होंने वैक्सीन के सर्टिफिकेट को तो खुद की तस्वीर से भर दिया है, इस आपात स्थिति में नौ दो ग्यारह हो गए हैं।'
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नौ-दो
ग्यारह
हो
गए
पीएम
मोदी:
प्रियंका
गांधी
प्रियंका
गांधी
ने
शनिवार
को
सोशल
मीडिया
प्लेटफॉर्म
फेसबुक
पर
एक
पोस्ट
शेयर
की
है।
जिसमें
प्रियंका
गांधी
ने
लिखा,
'आज
जब
भारत
कोरोना
कहर
की
चपेट
में
है,
ये
देखना
कितना
पीड़ादायक
है
कि
पिछले
70
साल
की
सरकारों
के
प्रयासों
पर
पानी
फेरते
हुए
आज
भारत
को
वैक्सीन
निर्यातक
देश
से
वैक्सीन
आयातक
देश
बना
दिया
गया
है।
कप्तान
की
सीट
पर
बैठे
पीएम
मोदी,
जिन्होंने
वैक्सीन
के
सर्टिफिकेट
को
तो
खुद
की
तस्वीर
से
भर
दिया
है,
इस
आपात
स्थिति
में
नौ
दो
ग्यारह
हो
गए
हैं।'
यूपी
के
कई
शहरों
में
पर्याप्त
टेस्टिंग
नहीं
हो
रही
है:
प्रियंका
गांधी
उत्तर
प्रदेश
की
योगी
आदित्यनाथ
सरकार
को
घेरते
हुए
प्रियंका
गांधी
ने
लिखा,
'लखनऊ
व
उप्र
के
कई
शहरों
में
टेस्टिंग
पर्याप्त
नहीं
हो
रही
है।
जो
टेस्टिंग
हो
भी
रही
है
उनका
रिजल्ट
आने
में
3-7
दिन
का
समय
लग
रहा
है।
टेस्ट
रिजल्ट
न
होने
के
चलते
लोगों
को
अस्पतालों
में
प्रवेश
नहीं
मिल
रहा
है
और
इस
स्थिति
में
कई
लोग
असहाय
महसूस
कर
रहे
हैं।
कई
लोग
अपने
परिजनों
एवं
प्रियजनों
को
खो
चुके
हैं।
टेस्टिंग
के
दरवाजे
खोलिए,
संख्या
बढ़ाइए,
रिजल्ट
जल्दी
आने
की
व्यवस्था
करिए
और
टेस्टिंग
रिजल्ट
न
होने
पर
भी
आपात
भर्ती
का
प्रावधान
करिए।
हर
एक
जान
कीमती
है।
हर
एक
जान
बचाने
की
कोशिश
जरूरी
है।'
अधिकतम
आरटीपीसीआर
करिए:
प्रियंका
गांधी
प्रियंका
गांधी
ने
लिखा,
'यूपी
में
दस
दिन
में
संक्रमण
सात
गुना
से
ज्यादा
फैल
गया
है।
अब
ये
गांवों
की
ओर
भी
बढ़
रहा
है।
शहरों
में
टेस्ट
की
भयानक
कमी
है
और
उनमें
से
आरटीपीसीआर
(RTPCR)
आधे
से
भी
कम
हो
रहा
है
बाकी
Antigen।
लखनऊ,
नोएडा,
गाजियाबाद,
बनारस,
इलाहाबाद
में
भी
टेस्ट
में
वेटिंग
है।
अगर
प्रदेश
को
बचाना
है
तो
अधिकतम
RTPCR
करिए।
तभी
इलाज
हो
पाएगा।