प्रियंका गांधी ने अपराध मीटर शेयर पर योगी सरकार पर साधा निशाना, कहा- प्रत्यक्षम् किम् प्रमाणम्
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बढ़ते क्राइम ग्राफ को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने मंगलवार को प्रदेश के अंदर तेजी से बढ़ते क्राइम के ग्राफ का मीटर ट्वीट किया है। साथ ही लिखा है कि यूपी के सीएम सरकार की स्पीड बताते हैं और अपराध का मीटर उससे दोगुनी स्पीड से भागने लगता है। इससे पहले उन्होंने ट्वीट करते हुए आजमगढ़ और बस्ती की घटना पर कहा था कि प्रदेश में अपराधियों का राज संविधान व कानूनी राज पर हावी है।
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ये दो दिन का अपराध मीटर है- प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। प्रियंका गांधी ने लिखा, 'यूपी के सीएम सरकार की स्पीड बताते हैं और अपराध का मीटर उससे दोगुनी स्पीड से भागने लगता है। प्रत्यक्षम् किम् प्रमाणम्। ये यूपी में केवल दो दिनों का अपराध का मीटर है। यूपी सरकार बार-बार अपराध की घटनाओं पर पर्दा डालती है मगर अपराध चिंघाड़ते हुए प्रदेश की सड़कों पर तांडव कर रहा है।'
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आजमगढ़-बस्ती की घटना को लेकर बोला हमला
इससे पहले प्रियंका गांधी ने 23 अगस्त को ट्वीट करके आजमगढ़ और बस्ती की घटना को लेकर भी यूपी सरकार पर हमला बोला था। प्रियंका ने ट्वीट करके कहा था कि, 'वंचित तबकों व महिलाओं का पंचायती राज व्यवस्था में प्रतिनिधित्व हो इसके लिए संविधान में व्यवस्था की गई। लेकिन यूपी में कुछ दिनों पहले आजमगढ़ में सत्यमेव जयते की हत्या और अब बस्ती में प्रभावती की हत्या हो जाना साफ दिखाता है कि यहां अपराधियों का राज संविधान व कानूनी राज पर हावी है।
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बलिया में न्यूज चैनल के पत्रकार की गोली मारकर हत्या
बलिया जिले में सोमवार देर शाम बदमाशों ने न्यूज चैनल के एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बदमाशों की गोली के शिकार बने पत्रकार का नाम रतन सिंह है। घटना फेफना थाना क्षेत्र के फेफना कस्बे की है। पत्रकार की हत्या से जिले में हड़कंप मच गया है। पत्रकारों में इस घटना को लेकर काफी रोष व्याप्त है। तो वहीं, आजमगढ़ के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि घटना के तीनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी आरोपियों को तलाशा जा रहा है। हालांकि मृतक पत्रकार है, लेकिन इस घटना का पत्रकारिता से कोई संबंध नहीं है। यह दो पक्षों के बीच जमीन के विवाद का मामला था।
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