संजीत यादव अपहरण कांड पर प्रिंयका गांधी का ट्वीट, कहा- 'यूपी में एक नया गुंडाराज आया है'
लखनऊ। लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की अपहरण के बाद हत्या को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोला है। प्रिंयका गांधी ने संजीत यादव की बहन का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, 'यूपी में एक नया गुंडाराज आया है। इस जंगलराज में कानून-व्यवस्था गुंडों के सामने सरेंडर कर चुकी है।' दरअसल, प्रियंका गांधी का यह ट्वीट शुक्रवार को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की हत्या की पुष्टि होने के बाद आया है।
यूपी में दम तोड़ चुकी है कानून व्यवस्था
कांग्रेस महासिचव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को दो ट्वीट किए है। प्रियंका गांधी ने लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की अपहरण के बाद हत्या पर योगी सरकार को घेरते हुए एक वीडियो ट्वीट किया है। वीडियो संजीत यादव की बहन का है, जिसमें वो कानपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रही है। इतना हीं नहीं, प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा, 'उप्र में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है।'
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'यूपी में एक नया गुंडाराज आया है'
प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा कि, 'आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है। घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता।' विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या। खबरों के मुताबिक पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और अब उनकी हत्या कर दी गई। एक नया गुंडाराज आया है। इस जंगलराज में कानून-व्यवस्था गुंडों के सामने सरेंडर कर चुकी है।'
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22 जून को हुआ था संजीत का अपहरण
बीते 22 जून को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का उसके दोस्तों ने ही अपहरण किया था। शुक्रवार को खुलासा हुआ कि उन्होंने अपहरण के चौथे दिन (26 जून) ही संजीत की हत्या कर दी थी। मामले में संजीत के दो दोस्तों समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि संजीत का शव उन्होंने हत्या के बाद पांडू नदी में फेंक दिया था। शव की तलाश की जा रही है।
मांगी थी 30 लाख रुपए की फिरौती
कानपुर पुलिस ने लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की हत्या की जनकारी गुरुवार रात परिजनों को दी। संजीत यादव की हत्या की जानकारी मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुराहाल है। वहीं, संजीत की बहन चिल्ला-चिल्लाकर कहती रही कि थानेदार, चौकी प्रभारी और पुलिस अधीक्षक ही मेरे भाई की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। दरअसल, बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा-5 में रहने वाले लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण के बाद 29 जून को उनके परिजन के पास फिरौती के लिए फोन आया था। अपहरणकर्ताओं ने 30 लाख रुपये फिरौती की मांग की थी। परिजन ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिस नंबर से अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की मांग थी उसे पुलिस ने सर्विलांस पर लगाया था। इसके बाद भी संजीत का कहीं कुछ पता नहीं चला था।
परिजन के पुलिस पर आरोप
परिजन का आरोप था कि पुलिस ने किसी तरह की मदद नहीं की। उनका कहना था कि हमने अपना घर और जेवरात बेचकर और बेटी की शादी के लिए जमा की गई धनराशि को इकट्ठा कर 30 लाख रुपए जुटाए थे। 13 जुलाई को पुलिस के साथ अपहरणकर्ताओ को 30 लाख रुपए देने के लिए गए थे। अपहरणकर्ता पुलिस के सामने से 30 लाख रुपए लेकर चले गए थे। 30 लाख जाने के बाद भी बेटा नहीं मिला तो, पुलिस पर परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए थे। इस घटना के बाद एसएसपी ने बर्रा इंस्पेक्टर रणजीत राय को निलंबित कर दिया था।