विकास दुबे एनकाउंटर पर प्रियंका गांधी ने पूछा सवाल, कहा- संरक्षण देने वाले लोगों का क्या?
लखनऊ। कानपुर शूटआउट में बिल्हौर सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी और पांच लाख रुपए का इनामी बदमाश विकास दुबे शुक्रवार की सुबह एनकाउंटर में मारा गया। विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में पुलिस ने पकड़े जाने के बाद यूपी एसटीएफ जब उसे कानपुर लेकर आ रही थी तो रास्ते में काफिले की गाड़ी डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस दौरान विकास दुबे ने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की और जवाबी कार्रवाई में विकास मारा गया। हालांकि इस एनकाउंटर को लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं।
प्रियंका गांधी ने पूछा सवाल...?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने विकास दुबे एनकाउंटर के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार से सवाल पूछा है। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा, 'अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको संरक्षण देने वाले लोगों का क्या?' आपको बता दें कि इससे पहले गुरुवार को जब विकास दुबे पकड़ा गया था, तो प्रियंका गांधी ने मिलीभागत की ओर इशारा किया था।
प्रियंका गांधी ने मिली भगत की ओर किया था इशारा
प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, 'कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है। तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन' और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास' का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए।'
अखिलेश ने कहा, 'सरकार पटलने से बचाई है'
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।' आपको बता दें कि इससे पहले गुरुवार को जब विकास दुबे पकड़ा गया था, तो अखिलेश यादव ने इसमें मिलीभगत की आशंका जताई थी। अखिलेश ने ट्वीट करते हुए लिखा था, 'खबर आ रही है कि 'कानपुर-काण्ड' का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है। अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी। साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके।'