घर वापसी को मीलों पैदल चल रहे हजारों लोग, प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, हमें आनी चाहिए शर्म
लखनऊ। 21 दिनों तक देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद सड़क और रेल यातायाद बंद हो गए है। ऐसे में दिल्ली-राजस्थान और हरियाणा आदि से यूपी और बिहार जाने वाले मजदूरों का पलायन जारी है। तमाम प्रयासों के बाद भी हजारों की संख्या में प्रवासी श्रमिक भूखे-प्यासे घर वापसी को मीलों पैदल चल रहे है। वहीं, यूपी कांग्रेस ने प्रवासियों का वीडियो जारी कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है।
Recommended Video
प्रियंका
गांधी
ने
रीट्वीट
कर
लिखा
ये
बात
वहीं,
कांग्रेस
महासचिव
प्रियंका
गांधी
ने
रीट्वीट
करते
हुए
प्रवासी
श्रमिकों
की
मदद
करने
के
लिए
कहा
है।
प्रिंयका
गांधी
ने
ट्वीट
करते
हुए
लिखा,
'इन
मजबूर
हिंदुस्तानियों
के
साथ
ऐसा
सलूक
मत
कीजिए।
हमें
शर्म
आनी
चाहिए
कि
हमने
इन्हें
इस
हाल
में
छोड़
दिया
है।
ये
हमारे
अपने
हैं।
मजदूर
देश
की
रीढ़
की
हड्डी
है।
कृपया
इनकी
मदद
करिए।'
इन मजबूर हिंदुस्तानियों के साथ ऐसा सलूक मत कीजिए।
हमें शर्म आनी चाहिए कि हमने इन्हें इस हाल में छोड़ दिया है। ये हमारे अपने हैं। मजदूर देश की रीढ़ की हड्डी है। कृपया इनकी मदद करिए। #HelpThem https://t.co/UQf1BxvcKe
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 28, 2020
न
तो
DTC
बस
है
और
न
खाना
इससे
पहले
यूपी
कांग्रेस
के
ऑफिशियल
ट्विटर
हैंडल
ने
एक
वीडियो
जारी
किया
था।
वीडियो
जारी
करते
हुए
लिख,
'यूपी
के
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
सो
चुके
होंगे।
दिल्ली
के
मुख्यमंत्री
अरविंद
केजरीवाल
भी
नींद
में
जा
चुके
होंगे।
लेकिन
जो
मजदूर
पैदल
चलकर
दिल्ली-यूपी
बॉर्डर
पर
पहुंचे
थे
पुलिस
ने
उन्हें
वापस
भेज
दिया
है।
न
तो
इन्हें
ले
जाने
के
लिए
कोई
डीटीसी
की
बस
है
और
न
इनके
लिए
खाना।'
लॉकडाउन
का
आज
चौथा
दिन
बता
दें
कि
लॉकडाउन
का
आज
चौथा
दिन
है।
देशभर
में
कारोबारी
गतिविधियां
रुक
गईं।
दिल्ली-एनसीआर
के
भी
तमाम
प्रतिष्ठान
बंद
पड़े
हैं।
यहां
बिहार,
यूपी,
बंगाल
से
आए
ज्यादातर
लोग
छोटी-छोटी
नौकरियां
करते
हैं
या
फिर
रेहड़ी-पटरी
पर
अपना
छोटा-छोटा
रोजगार
चलाते
हैं।
एक
बड़ी
संख्या
रिक्शा
और
ऑटो
चालकों
की
भी
है।
लॉकडाउन
के
बाद
इन
सबके
सामने
भुखमरी
की
समस्या
पैदा
हो
चुकी
है।
ऐसे
में
इनमें
किसी
तरह
घर
पहुंचने
की
होड़
मची
है।
चूंकि
लॉकडाउन
में
उड़ानों
से
लेकर
ट्रेनें
और
रोड
ट्रांसपोर्ट,
सब
बंद
पड़े
हैं,
ऐसे
में
पैदल
चलने
के
सिवा
कोई
चारा
नहीं
बचा
है।