प्रियंका गांधी ने कृषि बिल के मुद्दे पर भाजपा से पूछा सवाल, अखिलेश ने कहा- 'ए मेरे भोले किसान, दुश्मन को पहचान'
लखनऊ। किसानों से जुड़ा विधेयक दोनों सदनों में पास हो गया है, लेकिन सियासत अभी रुक नहीं रही। संसद के मानसून सत्र में कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष ने राज्यसभा की कार्रवाई का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। तो वहीं, बिल के विरोध में 25 सिंतबर से किसानों ने सड़क पर उतरने की धमकी दी है। इस सबके बावजदू केंद्र की मोदी सरकार कृषि बिल पर अपने पैर पीछे खींचने के लिए तैयार नहीं है।
बिल
में
क्यों
नहीं
है
एमएसपी
का
जिक्र:
प्रियंका
गांधी
कांग्रेस
महासचिव
प्रियंका
गांधी
ने
कृषि
बिल
को
लेकर
एक
सवाल
उठाया
है।
मंगलवार
को
प्रियंका
गांधी
ने
ट्वीट
करते
हुए
पूछा,
'अगर
ये
बिल
किसान
हितैषी
हैं
तो
समर्थन
मूल्य
एमएसपी
(MSP)
का
जिक्र
बिल
में
क्यों
नहीं
है?
बिल
में
क्यों
नहीं
लिखा
है
कि
सरकार
पूरी
तरह
से
किसानों
का
संरक्षण
करेगी?
सरकार
ने
किसान
हितैषी
मंडियों
का
नेटवर्क
बढ़ाने
की
बात
बिल
में
क्यों
नहीं
लिखी
है?
सरकार
को
किसानों
की
मांगों
को
सुनना
पड़ेगा।'
ए
मेरे
भोले
किसान,
दुश्मन
को
पहचान:
अखिलेश
यादव
वहीं,
दूसरी
तरफ
समाजवादी
पार्टी
के
अध्यक्ष
व
पूर्व
मुख्यमंत्री
अखिलेश
यादव
ने
कृषि
बिल
को
लेकर
भाजपा
सरकार
पर
हमला
बोला
है।
अखिलेश
यादव
ने
ट्वीट
करते
हुए
लिखा,
'ए
मेरे
भोले
किसान,
दुश्मन
को
पहचान,
चल
अब
'भाजपा'
का
कर
काम
तमाम।'
इससे
पहले
18
सितंबर
को
अखिलेश
यादव
ने
ट्वीट
करते
हुए
लिखा
था,
'भाजपा
बताए
कि
उनके
दिखावटी
सदस्यता
अभियान
की
तरह
MSP
पाने
के
लिए
भी
कोई
मिस्डकॉल
नंबर
होगा
क्या?
अब
किसान
हर
गांव
में
भाजपा
का
खेत
खोदकर,
इन्हें
जड़
से
उखाड़कर
बताएंगे
कि
कैसे
'न्यूनतम
समर्थन'
के
धोखे
के
बदले
वो
इनके
विरूद्ध
'अधिकतम
विरोध'
कर
भाजपा
का
ही
दाना-पानी
बंद
कर
देंगे।'
सांसदों
के
निलंबन
खत्म
होने
तक
राजसभा
का
करेंगा
बायकाट
दरअसल,
रविवार
(20
सितंबर)
को
सदन
में
हंगामा
करने
और
उपसभापति
हरिवंश
से
बदसलूकी
के
लिए
आठ
संसदों
को
सस्पेंड
कर
दिया
गया
था।
जिसके
बाद
सांसदों
ने
रातभर
गांधी
प्रतिमा
के
सामने
बैठकर
धरना
दिया।
इसको
लेकर
राज्सभा
में
मंगलवार
(22
सितंबर)
को
भी
हंगामा
जारी
है।
हालांकि,
सांसदों
ने
धरना
खत्म
कर
दिया
है,
लेकिन
सांसदों
के
निलंबन
खत्म
होने
तक
राज्यसभा
का
बायकाट
करेंगे।