JEE—NEET 2020: प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, अखिलेश ने कहा- ये 'खूनी हमला' है..
लखनऊ। कोविड-19 और बाढ़ के मद्देनजर नीट और जेईई परीक्षा स्थगित करने को लेकर विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है। इसी क्रम में सोमवार को समाजवादी पार्टी छात्र सभा के सदस्यों ने लखनऊ में राजभवन के पास विरोध प्रदर्शन किया। मौजूदा हालातों को देखते हुए परीक्षाओं को स्थगित किए जाने की मांग पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। राजभवन पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को राजभवन के सामने से हटाया गया। मौके पर भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है।
Recommended Video
परीक्षा स्थगित करने की मांग
बता दें, 17 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय स्तर पर मेडिकल और इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए होने वाली इन परीक्षाओं को स्थगित करने का आदेश देने से मना कर दिया। कोर्ट ने कहा था कि छात्रों का एक कीमती साल यूं ही बर्बाद नहीं होने दिया जा सकता है। कोर्ट के इस फैसले के बाद छह गैर बीजेपी शासित राज्यों के मंत्रियों ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर फैसले पर दोबारा विचार की मांग की। नीट और जेईई परीक्षा को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि ऐसा कर सरकार छात्रों की जान को जोखिम में डाल रही है। केंद्र सरकार से लगातार ये मांग की जा रही है कि परीक्षा की तारीख की समीक्षा की जाए और इसे टाल दिया जाए।
अखिलेश यादव ने कहा- ये खूनी हमला है...
सोमवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ये लाठीचार्ज नहीं 'खूनी हमला' हमला है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'कोरोनाकाल में परीक्षा कराने के विरोध में सड़कों पर उतरे सपा के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज नहीं 'ख़ूनी हमला' हुआ है। आज बाल-बच्चों वाला हर परिवार चिंतित है। सबका साथ का दावा करनेवाले अकेले लोगों की मनमानी कब तक चलेगी।'
'पलटे हुए अंगूठे सत्ता भी पलट देते हैं'
अखिलेश यादव ने इससे पहले एक ट्वीट में कहा, 'जिस प्रकार देशभर के परीक्षार्थियों ने अपनी 'नापसंदगी' दर्शाकर अपना रोष दर्ज किया है, उसने साफ कर दिया है कि चिंतित युवा और अभिभावक भी चाहते हैं कि सत्ताधारी अपना दंभ त्यागकर परिवारवालों की मांग सुनें। याद रहे पलटे हुए अंगूठे सत्ता भी पलट देते हैं। ये जनतंत्र है, मनतंत्र नहीं।