लखनऊ: गैंगरेप के बाद रियल एस्टेट कर्मचारी की हत्या, ऐसी हालत में मिला शव
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में एक रियल एस्टेट कंपनी में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपितों ने उसके शव को रायबरेली के हरचंदपुर इलाके में नदी में फेंक दिया। वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस ने शनिवार को आलमबाग निवासी दरोगा पुत्र संजय यादव व अवधेश यादव, सरोजनीनगर के गुड्डू यादव को गिरफ्तार कर महिला का क्षत-विक्षत शव बरामद कर लिया।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, मामला पारा थाना क्षेत्र का है। इंस्पेक्टर त्रिलोकी सिंह ने बताया कि कांशीराम कॉलोनी निवासी 27 वर्षीय युवती काकोरी के मौदा निवासी संजय यादव की कंपनी अमित इन्फ्रा हाईट्स प्राइवेट लिमिटेड में काम करती थी। उसका कंपनी के मालिक संजय से कमीशन के 25 लाख रुपये को लेकर विवाद चल रहा था। वह दूसरी नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जा रही थी, तभी आरोपी उसे बरगलाकर ले गए और हत्या करके शव नदी में फेंक दिया। युवती से दुराचार हुआ था या नहीं, इसकी पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में होगी।
भाई ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
बता दें कि महिला के भाई ने पारा थाने में 5 अगस्त को अमित इन्फ्रा हाईट्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक संजय यादव समेत तीन लोगों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि उसकी बहना का संयज यादव से कमीशन के 25 लाख रुपये को लेकर विवाद चल रहा था। कमीशन के रुपये मांगने पर संजय यादव कई बार उसे जाने से मारने की धमकी दे चुका था। उसने बताया कि उसकी बहन 3 अगस्त को लापता हो गई थी।
सिर और हाथ-पैर की हड्डियां ही बची थीं
इंस्पेक्टर त्रिलोकी सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर पुलिस ने संजय यादव व अवधेश यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस की टीम ने हरचंदपुर स्थित नदी के पास का इलाका खंगाला तो कीचड़ में एक शव मिला। सिर्फ सिर और हाथ-पैर की हड्डियां ही बची थीं। कुछ कपड़े मिले, जिनके आधार पर युवती के भाई ने उसकी पहचान की। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए अवशेष सुरक्षित रख लिए हैं। जरूरत पड़ने पर डीएनए की जांच की बात कही है।
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