छह दिन में दूसरी बार मुलायम से मिले पीके, गठबंधन की कवायद तेज
छह दिन के भीतर प्रशांत किशोर ने मुलायम सिंह से दूसरी बार की मुलाकात, शिवपाल बोले निर्णाय फैसले के बाद सूचित किया जाएगा।
लखनऊ। कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक के बाद एक लगातार दूसरे दल के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। यूपी चुनाव से पहले उन्होंने एक बार फिर से सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह से मुलाकात की है।
'भारत में राज करना है तो बीफ को छोड़ना होगा'
महागठबंधन की ओर सपा और अन्य दल
मुलायम सिंह से प्रशांत किशोर की दूसरी मुलाकात काफी देर तक चली, यह मुलाकात दो दौर में हुई है। यह मुलाकात ऐसे वक्त पर हुई है जब सपा के रजत जयंती कार्यक्रम में तमाम जनता दल के नेता एक मंच पर आए थे और महागठबंधन की चर्चा काफी तेज हो गई थी।
वहीं जब इस मुलाकात के बारे में सपा नेता शिवपाल सिंह यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब भी कोई निर्णायक फैसला होगा तो हम आपको इस बारे में जानकारी दे देंगे।
छह
दिन
में
दो
मुलाकात
पीके
ने
छह
दिन
के
भीतर
मुलायम
सिंह
से
मुलाकात
की
है।
इससे
पहले
उन्होंने
दिल्ली
में
एक
नवंबर
को
मुलायम
से
मुलाकात
की
थी।
हालांकि
उस
मुलाकात
को
कांग्रेस
ने
यह
कहकर
नजरअंदाज
कर
दिया
था
कि
यह
पीके
की
व्यक्तिगत
मुलाकात
थी
और
इसका
गठबंधन
की
चर्चा
से
कोई
लेना
देना
नहीं
है।
पहली
मुलाकात
को
राज
बब्बर
ने
दरकिनार
किया
था
मुलायम
से
पीके
की
पहली
मुलाकात
के
बाद
यूपी
कांग्रेस
अध्यक्ष
राज
बब्बर
ने
कहा
था
कि
उनकी
मुलाकात
में
गठबंधन
की
कोई
बात
नहीं
हुई
है,
यही
नहीं
प्रशांत
किशोर
ने
भी
साफ
किया
है
कि
वह
कांग्रेस
के
लिए
मुलायम
से
मिलने
नहीं
गए
थे।
समाजवादी पार्टी जोकि बिहार चुनाव के दौरान महागठबंधन का हिस्सा थी लेकिन बाद में उसने इस महागठबंधन से अपना नाम वापस ले लिया था। लेकिन बावजूद इसके महागठबंधन नें जदयू, आरजेडी और कांग्रेस ने चुनाव में जीत हासिल की थी।
लेकिन जिस तरह से समाजवादी पार्टी के भीतर कलह पिछले कुछ दिनों में खुलकर सामने आई है उसे देखते हुए मुस्लिम वोटों के बिखराव को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी कांग्रेस के साथ आ सकती है।