उन्नाव घटना पर Sanjay singh ने BJP पर बोला हमला, कहा- बेटियों के लिए कब्रगाह बन गया योगीराज
Sanjay singh News, लखनऊ। उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र में खेत पर घास काटने गई तीन लड़कियां बेहोशी की हालत में बुधवार को पड़ी मिलीं थी। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दो लड़कियों की मौत हो गई। वहीं, तीसरी लड़की का इलाज चल रहा है। वहीं, अब इस घटना पर विपक्ष ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। आम आदमी पार्टी के सांसद और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, 'अत्यंत भयावह आदित्यनाथ जी का राज बेटियों के लिए कब्रगाह बन गया है।'
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बेटियों
के
लिए
कब्रगाह
बना
योगीराज:
संजय
सिंह
आम
आदमी
पार्टी
के
सांसद
और
उत्तर
प्रदेश
प्रभारी
संजय
सिंह
ने
गुरुवार
को
उन्नाव
घटना
पर
एक
के
बाद
एक
दो
ट्वीट
करते
हुए
प्रदेश
की
योगी
सरकार
पर
हमला
बोलते
हुए
जनता
से
सवाल
भी
पूछे
है।
संजय
सिंह
ने
लिखा,
'अत्यंत
भयावह
आदित्यनाथ
जी
का
राज
बेटियों
के
लिए
कब्रगाह
बन
गया
है,
उन्नाव
की
घटना
दिल
दहला
देने
वाली
है
आख़िर
कब
रुकेगी
ये
दरिंदगी?'
वहीं,
दूसरे
ट्वीट
में
जनता
से
सवाल
पूछते
हुए
लिखा,
'कब
तक
चुप
रहोगे?
आज
उन्नाव
है,
कल
तुम्हारा
जिला
होगा,
आज
उनका
गांव
है,
कल
तुम्हारा
होगा,
आज
दलित
बेटियां
पेड़ों
से
बंधी
मिल
रही
हैं
कल
तुम
बंधे
मिलोगे।
याद
रहे,
मूक
दर्शक
बन
कर
बर्बादी
का
तमाशा
देखने
वालों
को
इतिहास
कायर
कहता
है।
डराओ,
धमकाओं,
मुकदमा
करो,
मैं
बेटियों
के
साथ
हूं।'
चंद्रशेखर
ने
कहा-
देश
हाथरस
कांड
में
देख
चुका
है
वहीं,
भीम
आर्मी
के
संस्थापक
चंद्रशेखर
आजाद
ने
भी
ट्वीट
कर
कहा,
'उन्नाव
केस
की
एकमात्र
गवाह
बच्ची
का
बेहतर
इलाज
व
उसकी
सुरक्षा
सबसे
जरूरी
है।
बच्ची
को
तत्काल
एयर
एंबुलेंस
से
AIIMS
दिल्ली
लाया
जाए।
उत्तर
प्रदेश
सरकार
का
अपराधियों
को
संरक्षण
व
अपराधियों
के
मामले
में
सरकार
की
कार्यशैली
को
देश
हाथरस
कांड
में
देख
चुका
है।'
यूपी
में
कोई
नहीं
है
सुरक्षित:
सुनील
साजन
इसके
अलावा
समाजवादी
पार्टी
के
एमएलसी
सुनील
साजन
ने
योगी
सरकार
को
आड़े
हाथ
लिया
है।
सपा
एमएलसी
सुनील
साजन
ने
कहा
कि
उन्नाव
की
घटना
ने
एक
बार
फिर
से
हम
सब
को
शर्मसार
कर
दिया
है।
अब
ये
बात
साफ
हो
गई
है
कि
पिछड़े-
दलित
की
बेटियां
सुरक्षित
नहीं
है।
उत्तर
प्रदेश
में
जंगलराज
है
उत्तर
प्रदेश
में
कोई
भी
किसी
बहू-बेटी
की
इज्जत
और
अज़मत
लूट
ले
रहा
है
और
पुलिस
मूक
दर्शक
बनी
है।
उन्नाव
पुलिस
पूरे
घटनाक्रम
को
दबाना
चाहती
हैं,
जिस
तरह
से
दो
बेटियों
की
डेड
बॉडी
को
लेकर
उन्नाव
पुलिस
व्यवहार
कर
रही
है
उसे
प्रदेश
की
कानून
व्यवस्था
की
हालत
अपने
आप
साफ
हो
जा
रही
है।
एक
अलग
पैनल
बनाकर
पूरे
मामले
का
पोस्टमॉर्टम
होना
चाहिए
और
अलग
टीम
से
पूरे
मामले
की
जांच
करवाई
जाए।