गुलाम नबी आजाद पर बरसे निर्मल खत्री, कहा- आपने यूपी में कांग्रेस का सत्यनाथ किया
लखनऊ। कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर चल रहे आंतरिक घमासान के बीच यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष निर्मल खत्री ने वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद पर हमला बोला है। निर्मल खत्री ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि आप (गुलाम नबी आजाद) अपने इंटरव्यू में उत्तर प्रदेश को भूल गए, जहां पर जब-जब आप (गुलाम नबी आजाद) प्रभारी बन कर आए कांग्रेस का सत्यानाश किया। 1996 में गुलाम नबी ने विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से समझौता किया, नतीजा कोई खास नहीं रहा और 2017 में समाजवादी पार्टी से समझौता किया, सीट पहले से निम्नतम संख्या 7 पर आ गई। यानी आप जब-जब यूपी के प्रभारी के रूप में आए प्रदेश में कांग्रेस बैक गियर में ही जाती रही।
कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष के लिए चुनाव की मांग की थी
दरअसल, सीडब्ल्यूसी की बैठक से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में ऊपर से नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन की मांग की थी। नेताओं की मांग थी कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की बहाली के लिए संगठन चुनाव कराए जाएं। इस पत्र पर कई पूर्व मुख्यमंत्रियों ने भी हस्ताक्षर किए थे। गुलाम नबी आजाद ने भी पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। कहा जा रहा है कि वे इस मुहिम का नेतृत्व करने वाले नेताओं में भी थे। सीडब्ल्यूसी में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पत्र की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए थे। इस मुहिम में शामिल नेताओं पर भाजपा के इशारे पर काम करने के आरोप भी लगे। इसके बाद गुलाम नबी आजाद ने एक न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने कहा कि अगर पार्टी को कोई चुनी हुई इकाई लीड करती है तो ही उसकी स्थिति बेहतर होगी, 'नहीं तो कांग्रेस अगले 50 साल तक विपक्ष में बैठती रहेगी।'
निर्मल खत्री ने आजाद पर बोला हमला
यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष निर्मल खत्री ने फेसबुक पोस्ट के जरिए आजाद पर हमला बोला है। खत्री ने लिखा, पहली बात C.W.C के प्रस्ताव के बाद कि कोई भी कांग्रेस पार्टी का नेता कांग्रेस पार्टी के अन्दुरुनी मसलों के सम्बंध में अपनी राय भविष्य में सार्वजनिक रूप से व्यक्त नहीं करेगा। आजाद जी का यह इंटरव्यू उचित नहीं, बल्कि प्रस्ताव की भावना का उल्लंघन है। खत्री ने कहा, उन्होंने मौका दे ही दिया है तो मैं भी अपनी बात रख ही देता हूं।
'कांग्रेस पार्टी की राजनीति में मैं आजाद से सीनियर'
खत्री ने लिखा, अपने लम्बे चौड़े Bio Data का उल्लेख उन्होंने किया जिससे मुझे यह पता चला कि कांग्रेस पार्टी की राजनीति में मैं उनसे सीनियर हूं। वर्ष 1970 में मैं शहर कांग्रेस कमेटी फैजाबाद के वार्ड हैदरगंज का अध्यक्ष बनाया गया व जिला युवक कांग्रेस का महासचिव भी। शहर युवक कांग्रेस फैजाबाद का अध्यक्ष वर्ष 1972 में बनाया गया था। उस समय कांग्रेस पार्टी में ये क्या कर रहे थे? वर्ष 1977 में आजाद जम्मू कश्मीर में विधानसभा का पहला चुनाव लड़े मात्र 320 वोट मिला। और मुझे भी 1977 में अयोध्या विधानसभा क्षेत्र (उ.प्र) से विधानसभा का प्रथम चुनाव लड़ने का मौका मिला और मैं 428 वोट से हारा।
जब-जब यूपी के प्रभारी बने, कांग्रेस का सत्यानाश किया
खत्री ने आजाद द्वारा संजय गांधी के साथ काम करने के जिक्र पर कहा कि आपके संघर्ष की तुलना में लाखों कांग्रेसियों ने इस दौर में नेहरू-गांधी परिवार के साथ संघर्ष किया। आजाद ने अपने इंटरव्यू में दावा किया कि उन्हीं के दम पर उन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनी। खत्री ने कहा, आप अपने इंटरव्यू में उत्तर प्रदेश को भूल गए जहाँ पर जब-जब आप प्रभारी बन कर आये कांग्रेस का सत्यानाश किया।
जिन्होंने सच में पार्टी को अपना योगदान दिया है, वो पत्र का स्वागत करेंगे: गुलाम नबी आजाद