लखीमपुर खीरी रेप-मर्डर: NHRC ने यूपी सरकार को भेजा नोटिस, 4 सप्ताह में मांगी विस्तृत रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में दलित छात्रा के साथ रेप और हत्या के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के अंदर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। बता दें, इस मामले में पुलिस ने दिलशान नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरापियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।साथ ही शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। सीएम योगी ने कहा कि प्रकरण की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर अपराधियों को यथाशीघ्र सजा दिलाई जाए।
लखीमपुर खीरी के नीमगांव थाना क्षेत्र में फार्म भरने घर से निकली 18 साल की छात्रा लापता हो गई थी। अगले दिन सुबह छात्रा का शव गांव में तालाब किनारे मिला। छात्रा के कपड़े फटे थे और गला कटा हुआ था। परिजनों ने रेप के बाद हत्या का शक जताया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा के साथ रेप की पुष्टि हुई थी। मामले की जांच के लिए तीन टीमें बनाई गईं। इस मामले में आईजी लक्ष्मी सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि दिलशाद नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि दिलशाद ने अपना जुर्म स्वीकार किया है।
इस मामले में मानवाधिकार आयोग ने यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के अंदर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने कहा है कि रिपोर्ट में इस बात का जिक्र होना चाहिए कि पीड़ित परिवार को राहत देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से क्या कदम उठाए गए हैं? आयोग ने नोटिस में लिखा है कि ऐसा लग रहा है कि आपराधिक मानसिकता के लोगों में कानून के प्रति न तो कोई सम्मान रह गया है, न ही डर। गरीब और कमजोर वर्ग की महिलाओं को आसान टार्गेट बना लिया जा रहा है। आयोग ने कहा कि ये राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में भयमुक्त वातावरण स्थापित करें ताकि आम जनता सम्मान के साथ रह सके।