यूपी: पुलिस हिरासत में दलित युवक की हुई थी मौत, NHRC ने योगी सरकार को भेजा नोटिस
Lucknow News (लखनऊ)। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में पुलिस हिरासत में युवक की मौते के बाद गुस्साए परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाकर पुलिस-प्रशासन की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर जमकर हंगाम काटा था। इस मामले में एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। अब इस मामले में एनएचआरसी ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर दिया है।
क्या था मामला
अमरोहा जनपद के धनोरा थाने की पुलिस ने इको गाड़ी चोरी करने के एक मामले में बालकिशन नाम के युवक को पकड़ लिया था। पुलिस ने चार दिनों तक दलित युवक बालकिशन हिरासत में रखा। इसी बीच 25 दिसंबर की रात को अचानक बालकिशन की मौत हो गई। जिसकी जानकारी मिलते ही मृतक बालकिशन के परिजनों ने थाने पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया।
आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित
बालकिशन की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने एसडीएम धनोरा की गाड़ी में जमकर तोड़फोड़ की। घंटों चले बवाल के बाद किसी तरह हालात पर काबू पाया गया। वहीं, परिजनों ने बालकिशन की मौत को हत्या बताते हुए इसमें पुलिसकर्मियों का हाथ बताया। इस बवाल की जानकारी मिलते ही गुस्साए लोगों को शांत करने के लिए अमरोहा जनपद के पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने वारदात के समय थाने में मौजूद थाना अध्यक्ष अरविंद शर्मा, दरोगा मदनपाल, वीरेंद्र राणा सहित आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
NHRC ने योगी सरकार को भेजा नोटिस
दलित युवक बालकिशन की थाने में मौत होने की खबर पर एनएचआरसी संज्ञान लिया है। युवक की मौत के बाद एनएचआरसी को सूचना क्यों नहीं दी गई। इस मामले में एनएचआरसी ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस भी जारी किया हैं।