बदायूं गैंगरेप और हत्याकांड का महिला आयोग ने लिया संज्ञान, घटनास्थल पर जाकर करेगा जांच
Badaun Gang rape and murder case, लखनऊ। बदायूं जिले के उघैती थाना क्षेत्र में 50 वर्षीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को एसएसपी संकल्प शर्मा ने निलंबित कर दिया है। तो वहीं, अब इस मामले का संज्ञान राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया है।

राष्ट्रीय महिला की आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, 'हमने बदायू मामले का संज्ञान लिया है। एनसीडब्ल्यू का एक सदस्य मौके पर जाकर परिवार और पुलिस से मुलाकात करेगा। साथ ही वो स्थिति का सटीक जायजा लेगा। फिलहाल इस मामले में बदायूं पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, घटना का मुख्य आरोपी पुजारी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस की कई टीमें उसकी गिरफ्तारी की कोशिश में लगी हुई हैं। साथ ही इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को एसएसपी संकल्प शर्मा ने निलंबित कर दिया है।
क्या है पूरा मामला
यह सनसनीखेज वारदात बदायूं जिले के उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव की है। गांव निवासी 50 वर्षीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पास के गांव स्थित एक मंदिर पर रोजाना की तरह रविवार को भी पूजा करने के लिए गई थी। इसके बाद वो वापस लौट कर नहीं आई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि रात करीब 12 बजे एक कार सवार और दो शख्स महिला को लहूलुहान हालात में उसके घर के दरवाजे पर फेंककर भाग गए। बताया जाता है कि इससे पहले आरोपी उसे अपनी गाड़ी से इलाज के लिए चंदौसी भी ले गया था।
थानेदार पर परिजनों ने लगाए थे गंभीर आरोप
परिजनों ने घटना की जानकारी उघैती थाना पुलिस को दी और सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया। परिजनों का कहना है कि उघैती के थानेदार रावेंद्र प्रताप सिंह ने उनकी फरियाद सुनना तो दूर घटनास्थल का मौका मुआयना तक नहीं किया। यही नहीं, 18 घंटे बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। शाम को रिपोर्ट आई तो पता चला कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर घाव थे। काफी खून भी निकल गया था। रिपोर्ट में कोई लोहे की रॉड या सब्बल गुप्तांग में रॉड जैसी चीज डालने की बात भी सामने आई।