मां-बेटी को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में AIMIM नेता कदीर खान गिरफ्तार, कांग्रेस नेता पर भी केस
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में स्थित लोकभवन के सामने मां-बेटी द्वारा आत्महत्या के मामले में ड्यूटी पर लापरवाही बरतने पर चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, इस मामले में एआईएसआईएम नेता कदीर खान समेत अमेठी के कांग्रेस नेता अनूप पटेल का नाम सामने आया है। वहीं, आसमां और सुल्तान नाम के दो और लोगों के नाम भी सामने आए है। इनके नाम सामने आने के बाद पुलिस ने आसमां और एआईएसआईएम नेता कदीर खान को गिरफ्तार कर लिया है।
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AIMIM नेता समेत चार पर केस दर्ज
रिजर्व पुलिस लाइन में पुलिस आयुक्त और संयुक्त पुलिस आयुक्त ला एंड आर्डर ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बताया कि लोकभवन के सामने आत्मदाह की घटना में पता चला है कि यह एक आपराधिक साजिश के अनुसार किया गया था। जिसमें कुछ लोगों ने महिलाओं को उकसाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हमने एआईएसआईएम नेता कदीर खान और कांग्रेस नेता अनूप पटेल सहित 4 पर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
सोफिया और गुड़िया का चल रहा है इलाज
उन्होंने बताया कि सोफिया की हालत नाजुक बनी हुई है तो बेटी गुड़िया की हालत स्थिर है। वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में दोनों का इलाज चल रहा है। शासन व पुलिस के वरिष्ठ अफसर भी लगातार डॉक्टरों के संपर्क में हैं। वहीं, सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि बर्न वार्ड में अमेठी की महिला की स्थिति बहुत गंभीर है। क्योंकि वह 90 फीसदी तक जल चुकी है। जबकि उसकी बेटी की हालत में पहले से काफी सुधार है। आपको बता दें कि अमेठी के जामो थाना क्षेत्र की रहने वाली सोफिया (56) ने अपनी बेटी गुड़िया (28) ने शुक्रवार शाम को लोक भवन के सामने मिटटी का तेल छिड़क कर आग ली थी।
न्याय के लिए महीनों से काट रही थी चक्कर
सोफिया आग की लपटों से घिरी सड़क पर दौड़ती रही। किसी तरह वहां मौजूद लोगों की मदद से पुलिस ने आग बुझाई और दोनों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था। आरोप है कि दबंगों ने नाली को लेकर हुए विवाद में उनके साथ मारपीट की थी। दोनों जिला प्रशासन से लेकर हर जगह न्याय के लिए महीनों से चक्कर काट रही थीं लेकिन कोई कार्रवाई न होने के चलते उन्होंने यह खौफनाक कदम उठाया। फिलहाल पुलिस उनके होश में आने का इंतजार कर रही है। घायल मां-बेटी की रिश्तेदार ने मीडिया को बताया कि करीब एक माह पूर्व नाली के विवाद में गांव के रहने वाले अर्जुन, भीम, मिलन और राजकरण ने उन लोगों को मारा-पीटा था। जिसकी शिकायत पुलिस और प्रशासन में पीड़िता ने की लेकिन न्याय नहीं मिला।
गुड़िया के खिलाफ दर्ज किया था मुकदमा
यह मामला बीते 9 मई का है। 9 मई को गुड़िया का अपने पड़ोसी अर्जुन साहू से नाली को लेकर विवाद हुआ था। गुड़िया की तहरीर पर जामो थाने में अर्जुन साहू समेत चार लोगों के खिलाफ 308 का मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने विपक्षी अर्जुन साहू की तहरीर पर गुड़िया के खिलाफ 354 के तहत मुकदमा दर्ज किया था। दो दिन पहले गौरीगंज सीओ अर्पित कपूर ने दोनों मां-बेटी का बयान भी दर्ज किया था। पुलिस द्वारा दूसरे पक्ष से दर्ज किए गए मुकदमे से मां-बेटी परेशान थीं और दोनों ने विधानसभा के सामने आत्मदाह करने का कदम उठा लिया।
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