लॉकडाउन 4 में छूट मिलने पर महिला गई पार्लर, बदमाशों ने दिनदहाड़े बच्चों को बंधक बनाकर की 40 लाख की लूट
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में लॉकडाउन में जरा सी ढील मिलते ही बदमाश सक्रिय हो गए हैं। दिल को दहला देने वाली घटना मड़ियांव थाना क्षेत्र की है। यहां गुरुवार की सुबह स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के घर बच्चों को बंधक बनाकर करीब 40 लाख रुपए की लूट की घटना से हड़कंप मच गया। बाइक से आए दो नकाबपोश असलहों से लैस बदमाशों ने घर में मौजूद दो बच्चों का गला दबाकर उन्हें मारने की कोशिश की और कमरे में बंधक बना लिया। बदमाशों ने हथियारों से लॉकर और अलमारी का ताला तोड़कर उनमें रखी नगदी और लाखों रुपए के पुश्तैनी जेवर लेकर लूट लिए। घर में सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर भी लेकर भाग गए।
बच्चों ने मां-बाप को दी जानकारी
किसी तरह बच्चे छूटे तो उन्होंने पड़ोसी के घर जाकर घटना की जानकारी दी और अपने माता-पिता को फोन करवाया। इसके बाद पीड़ित घर आए और पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन के बाद आगे की कार्रवाई में जुट गई। पीड़ित ने एक नामजद सहित दो लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करवाया है। एडीसीपी उत्तरी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस घटना का वर्क आउट किया जा रहा है। जल्द ही खुलासा कर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
घर में अकेले थे बच्चे
जानकारी के अनुसार, घटना मड़ियांव थाना क्षेत्र की है। यहां शंकरपुर कॉलोनी में आशीष सिंह अपने परिवार के साथ रहते हैं। आशीष ने बताया कि वह स्वास्थ्य विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात हैं। उनकी पत्नी निशा सिंह का अलीगंज में ब्यूटी पार्लर है। गुरुवार को पति पत्नी घर से निकलकर ड्यूटी पर चले गए थे। उनके निकलने के करीब 10 मिनट बाद एक बाइक पर दो बदमाश आ धमके। आशीष सिंह ने बताया इस दौरान घर में उनकी बेटी अविका सिंह (8) बेटा अथर्व सिंह (4) थे। सुबह करीब 11:30 बदमाश उनके घर पर दाखिल हुए, उन्होंने अलमारी की चाभी मांगी, लेकिन चाबी बच्चों के पास नहीं थी। इस पर नकाबपोश बदमाशों ने बच्चों का गला दबाया और कमरे में बंधक बना लिया। इस दौरान अपने साथ लाए औजारों की मदद से बदमाशों ने लॉकर और अलमारी का ताला तोड़कर घर में रखी करीब 10 लाख रुपए की नगदी और पुश्तैनी जेवरात समेत करीब 30 लाख रुपए का जेवर लूट लिया और फरार हो गए।
शीशे का काम करने वाले शख्स पर शक
किसी तरह चंगुल से छूटे बच्चों ने पड़ोस में रहने वाले दिलीप यादव के घर जा कर घटना की जानकारी दी और अपने माता-पिता को फोन करवाया। इसके बाद पीड़ित घर आए और पुलिस को सूचना दी। आशीष ने बताया कि गुरुवार की सुबह उनके घर पर शीशे का काम करने वाला सत्तार नाम का व्यक्ति आया था। जो राजाजीपुरम में रहता है। उसको उन्होंने बताया था कि आज वह घर पर नहीं रहेंगे। उन्हें शक है कि उसी ने घटना को अंजाम दिलवाया है। फिलहाल, पुलिस ने तहरीर के आधार पर एक नामजद सहित अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर पूरे मामले की तहकीकात शुरू कर दी है।