कमलेश तिवारी के हत्यारोपियों को शरण देने वाले बरेली के मौलाना गिरफ्तार
लखनऊ। हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड में लगातार नए खुलासे हो रहे है। इसी कड़ी में शुक्रवार को यूपी पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद बरेली के मौलाना कैफी अली को गिरफ्तार कर लिया है। कैफी अली पर आरोप है कि उन्होंने कमलेश हत्याकांड के आरोपियों अशफाक और मोइनुद्दीन को शरण दी और भगाने में मदद की थी। पुलिस ने यह कार्रवाई हत्यारोपितों से कैफी अली का सामना कराने के बाद की है।
संदिग्ध
हरकतों
देखते
हुए
किया
था
गिरफ्तार
22
अक्टूबर
को
कमलेश
तिवारी
हत्याकांड
की
जांच
कर
रही
एजेंसियों
और
लखनऊ
एसएसपी
को
किसी
ने
गुमनाम
ने
पत्र
भेजकर
सूचना
दी
कि
मलूकपुर
के
एक
मौलाना
ने
बरेली
में
हत्यारोपियों
की
मदद
की
थी।
इस
मौलाना
के
आतंकी
संगठनों
से
भी
संपर्क
होने
का
दावा
किया
गया
है।
यह
भी
कहा
गया
है
कि
दो
साल
में
ही
इस
मौलाना
ने
काफी
पैसा
अर्जित
किया
है।
पुलिस
और
जांच
एजेंसियों
ने
पत्र
में
दिए
गए
इनपुट
के
आधार
पर
गोपनीय
जांच
की,
जिसके
बाद
एटीएस
ने
मौलाना
की
संदिग्ध
हरकतों
को
देखते
हुए
उसे
हिरासत
में
ले
लिया
था।
नेपाल
पहुंचाने
में
नावेद
ने
की
थी
मदद
कमलेश
हत्याकांड
में
मौलाना
कैफी
अली
सातवें
आरोपी
हैं,
जिन्हें
गिरफ्तार
किया
गया
है।
वहीं,
पुलिस
ने
बरेली
से
नावेद
को
भी
हिरासत
में
लिया
है।
नावेद
के
बारे
में
पुलिस
को
जानकारी
मिली
है
कि
उसने
अशफाक
और
मोइनुद्दीन
को
बरेली
में
रात
में
रुकवाने
और
फिर
अगले
दिन
नेपाल
तक
पहुंचाने
में
मदद
की।
पुलिस
हत्यारोपितों
से
नावेद
का
भी
सामना
करायेगी।
डीजीपी
ओपी
सिंह
ने
बताया
कि
मौलाना
कैफी
अली
को
गिरफ्तार
कर
लिया
गया
है।
बरेली
के
वकील
मु.
नावेद
को
हिरासत
में
लेकर
अभी
पूछताछ
की
जा
रही
है।