दिल्ली बनाम यूपी स्कूल मॉडल पर खुली बहस की चुनौती स्वीकार कर लखनऊ पहुंचे मनीष सिसोदिया, कही यह बात
Manish Sisodia update news: लखनऊ। आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के नेता व दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) आज लखनऊ (Lucknow) पहुंचे है। लखनऊ पहुंचकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा, 'दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद बीजेपी (BJP) सरकार बौखला गई है। कहा कि योगी सरकार के मंत्रियों ने दिल्ली के गवर्नेंस मॉडल और उनके मॉडल पर खुली बहस की चुनौती दी थी, उसके लिए हम तैयार हैं। उस खुली बहस की चुनौती को स्वीकर करते हुए मैं लखनऊ आया हूं।'
दिल्ली डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, 'मैंने उसी समय यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह (Sidharth Nath Singh) को कहा था कि मैं आपका निमंत्रण स्वीकार करता हूं। अभी तक उन्होंने समय और स्थान नहीं बताया है। उम्मीद है कि पिछले चार साल में यूपी सरकार ने शिक्षा, बिजली और रोज़गार के लिए जो काम किए होंगे उस पर खुली बहस के लिए वो आएंगे। उन्होंने कहा कि उम्मीद है बहस की चुनौती देने वाले मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, योगी जी द्वारा कायाकल्प किए 10 स्कूलों की लिस्ट लेकर ज़रूर आएंगे जहां इंफ्रास्ट्रक्चर, रिजल्ट आदि में सुधार हुए हों।
दरअसल, 16 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा था कि, 'दिल्ली में कक्षा 1 से 12 के लिए 1024 सरकारी स्कूल हैं। यूपी में, सबसे छोटे जिले में भी कक्षा 1-8 के लिए कम से कम 2,000 स्कूल हैं। मैं उन लोगों की बुद्धि पर दया कर सकता हूं जो 1.59 लाख स्कूलों की स्थिति वाले 1024 स्कूलों की तुलना कर रहे हैं।' कहा कि, 'केवल कुछ ही स्कूलों में (दिल्ली में) स्मार्ट क्लास हैं, वह भी टाटा, अडानी और अंबाई समूहों की मदद से। केवल एक स्कूल में स्विमिंग पूल है। दिल्ली सरकार विज्ञापनों और शो पर सारा पैसा खर्च करती है जैसे कि सभी स्कूलों में स्विमिंग पूल हैं।'
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा था कि, 'मैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जी और उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया को उत्तर प्रदेश के स्कूलों का दौरा करने के लिए आमंत्रित करता हूं। इससे उनकी आंखें खुल जाएंगी। वे इस मुद्दे के साथ यूपी की राजनीति में प्रवेश करना चाहते हैं।' तो वहीं, मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने शिक्षा व्यवस्था समेत कई विकास कार्यों पर बहस के लिए चुनौती दी थी। जिसके बाद मनीष सिसोदिया ने मंत्री सिद्धार्थनाथ की चुनौती स्वीकार करते हुए कहा था कि वे बहस के लिए तैयार हैं और 22 दिसंबर को लखनऊ आएंगे।