बारिश के इंताजर में छोटे हो रहे मलिहाबाद के दशहरी आम, उत्पादकों की बढ़ी मुश्किलें
मलिहाबाद। दुनियाभर में मलिहाबाद के दशहरी आम प्रसिद्ध हैं, हर कोई मलिहाबाद के दशहरी आम का स्वाद एकबार जरूर चखना चाहता है। मलिहाबाद के आम दुनियाभर के कई देशों में निर्यात किये जाते हैं। लेकिन इस बार बारिश की कमी ने मलिहाबाद के आमों की सेहत पर असर डाला है।
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इस बार बारिश की कमी के चलते दशहरी आम की पैदावार पर फर्क पड़ा है। आम की बागबानी करने वाले किसानों का कहना है कि बारिश की कमी की वजह से इस बार आम अपेक्षाकृत छोटे हैं, जिसके चलते उन्हें 15 से 20 फीसदी का नुकसान उठान पड़ रहा है।
बारिश के इंताजर में छोटे हो रहे मलिहाबाद के दशहरी आम
हालांकि किसानों को अभी भी उम्मीद है कि बारिश आम की फसल को अभी और बेहतर कर सकती है। ऐसे में अभी दशहरी आम 300 रुपए पेटी यानी 30 से 35 रुपए किलो बिक रहा है। लेकिन आम के दामों में आने वाले समय में कमी आने का अंदेशा है।
कुछ दिनों में मौसम के करवट बदलने से माना जा रहा है कि इस बार उत्तर प्रदेश में दशहरी आम का उत्पादन बढ़कर लगभघ 48 लाख टन तक पहुंच जाएगा। जोकि पिछले वर्ष सिर्फ 40 लाख टन ही था। दशहरी सहित उत्तर प्रदेश में इस बार आम का उत्पादन बढ़कर लगभग 48 लाख टन रहने की उम्मीद है जो पिछले साल 40 लाख टन ही था। पिछले दिनों आयी आंधी, तूफान और बारिश के बावजूद आम का बंपर उत्पादन होने की उम्मीद है।
पिछले कुछ दिनों में आंधी और तूफान आम की पैदावार पर प्रतिकूल असर डाला है बावजूद इसके पैदावार ज्यादा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। भारतीय आम उत्पादक एसोसिएश के अध्यक्ष इंसराम अली का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार आम की पैदावार अधिक होगी और दशहरी आम 25 रुपए से 40 किलो के भाव से बाजार में बिकेगा।
इंसराम का कहना है कि इस बार कम बारिश की वजह से आम का आकार छोटा होगा लेकिन पैदावार पर असर नहीं पड़ेगा। उत्पादकों का मानना है कि आने वाले समय में आम की कीमतों में कमी आयेगी और यह 10 रुपए किलो तक भी बिक सकता है।