लौटन राम निषाद को सपा ने किया बर्खास्त, भगवान राम को बताया था काल्पनिक और फिल्मी पात्र
लखनऊ। पिछले दिनों समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग सेल के अध्यक्ष चौधरी लौटन राम निषाद ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया था। लौटन राम निषाद के विवादित बयान देने के बाद अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें उनके पद से बर्खास्त कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने राजपाल कश्यप को पिछड़ा प्रकोष्ठ का नया प्रदेश अध्यक्ष मनोनित किया है।

सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के हस्ताक्षर से जारी पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सहमति से लोटन राम निषाद के स्थान पर एमएलसी डॉक्टर राजपाल कश्यप को पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष नामित किया जाता है। प्रदेश अध्यक्ष ने राजपाल से 15 दिन के अंदर प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी गठित करने को भी कहा है। उधर, अयोध्या में सपा नेता चौधरी लोटन राम निषाद द्वारा भगवान राम पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन पर धार्मिक विद्वेष फैलाने केस दर्ज किया गया है। हिंदू योद्धा के नेता महेश मिश्रा ने कोतवाली नगर में यह मुकदमा दर्ज कराया है।
क्या कहा था लौटन राम निषाद ने
दरअसल, लौटन राम निषाद 19 अगस्त को अयोध्या पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भगवान श्रीराम को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'अयोध्या में राम मंदिर बने या कृष्ण मंदिर, उससे मुझे कोई लेना देना नहीं है। भगवन राम में मेरी आस्था नहीं है। वे काल्पनिक और फिल्मी पात्र हैं। मेरी आस्था उनमें है जिनकी वजह से मुझे सीधा लाभ मिला। बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर, कर्पूरी ठाकुर, महात्मा ज्योतिबा फुले और छत्रपति साहू जी महराज ने पिछड़ा वर्ग को उनका अधिकार दिया। मेरी आस्था इन महापुरुषों में है।'