पैगंबर साहब के खिलाफ टिप्पणी कर चर्चा में आए थे कमलेश तिवारी, सिर पर रखा गया था 51 लाख का इनाम
लखनऊ। हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े हत्या से सनसनी फैल गई है। हमलावर कमलेश को फोन कर उसने मिलने पहुंचे थे। घर में पहले दोनों हमलावरों ने चाय पी, फिर मिठाई के डिब्बे से तमंचा और चाकू निकलकर कमलेश को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद कमलेश तिवारी के समर्थक सड़क पर उतर आए हैं। माहौल को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
विवादित बयान देकर चर्चा में आए थे कमलेश तिवारी
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के रहने वाले कमलेश तिवारी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में आए थे। हिंदू महासभा के अध्यक्ष रहे कमलेश तिवारी पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी। इस मामले में कमलेश को रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसके बाद 2017 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था।
कमलेश के सिर पर रखा गया था 51 लाख का इनाम
पैगंबर साहब पर अमर्यादित टिप्पणी को लेकर बिजनौर में जमीयत शाबाबुल इस्लाम के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अनवरुल हक ने कमलेश तिवारी के सिर पर 51 लाख रुपए का इनाम रख दिया था। इसके अलावा, कमलेश ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के सम्मान में मंदिर बनवाने का भी ऐलान किया था, जिस पर काफी विवाद भी हुआ था।
कैसे हुई कमलेश की हत्या?
कमलेश तिवारी राजधानी लखनऊ के खुर्शीदबाग इलाके में रहते थे। शुक्रवार को दो हमलावर फोन पर बात कर उनसे मिलने पहुंचे। घर पर ही दोनों बदमाशों ने कमलेश की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्यारे मिठाई के डिब्बे में चाकू और तमंचा लेकर आए थे। शरीर में चाकू के 15 से अधिक वार हैं।
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