Kaushal Kishore : मोदी सरकार में मंत्री बने मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर, जानिए राजनीतिक सफर
लखनऊ, 07 जुलाई: मोदी सरकार में उत्तर प्रदेश के सात चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। इन नामों में कौशल किशोर भी शामिल हैं। कौशल किशोर लखनऊ की सुरक्षित सीट मोहनलालगंज से लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं। बता दें, कौशल किशोर यूपी में मुलायम सरकार में राज्यमंत्री रह चुके हैं। वह फिलहाल प्रदेश भाजपा के अनुसूचित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी हैं। कौशल किशोर को मंत्री बनाकर बीजेपी ने दलित वोटरों को साधने की कोशिश की है।
कौशल किशोर छह बार हारे विधानसभा चुनाव
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लखनऊ के काकोरी में रहने वाले कौशल किशोर ने पहला चुनाव लखनऊ जिले की सुरक्षित सीट महिलाबाद से 1989 में निर्दलीय के रूप में लड़ा था। लेकिन वह ये चुनाव हार गए। इसके बाद 1991 और 1993 में किस्मत आजमाई, लेकिन यह दोनों चुनाव में भी कौशल किशोर को हार का सामने करना पड़ा। हालांकि, वोट प्रतिशत बढ़ता गया। कौशल किशोर ने हिम्मत नहीं हारी और आगे बढ़ते गए। 2002 में वे पहले बार जीते और मलिहाबाद से विधायक बने।
यूपी में मुलायम सरकार में बने राज्यमंत्री
उस वक्त उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की सरकार थी। मुलायम सिंह ने कौशल किशोर को श्रम राज्यमंत्री बनाया था। हालांकि, महज 8 महीने बाद ही कौशल किशोर सपा सरकार से अलग हो गए थे। कौशल किशोर ने 2007 में फिर चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। 2009 में मलिहाबाद के विधानसभा उपचुनाव में भी किस्मत आजमाई, लेकिन मायावती सरकार के समय उनकी हार हुई। 2012 के भी विधानसभा चुनाव में उनकी हार हुई। ये सभी चुनाव कौशल किशोर ने निर्दलीय के रूप में लड़ा।
बीजेपी में आने के बाद लगातार दूसरी बार बने सांसद
आखिरकार 2013 में कौशल किशोर ने बीजेपी का दामन थाम लिया। 2014 में भाजपा ने मोहनलालगंज की सुरक्षित सीट से कौशल किशोर को चुनाव में उतारा और वह पहली बार सांसद बने। इसके बाद 2019 में लगातार दूसरी बार वह सांसद बने। इस बीच उनकी पारम्परिक सीट मलिहाबाद से 2017 का चुनाव उनकी पत्नी जयदेवी कौशल ने जीता।