कमलेश तिवारी हत्याकांड: मौलाना अनवारुल हक की गिरफ्तारी की खबरों का पुलिस ने किया खंडन
लखनऊ। हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में पत्नी ने कमलेश के सिर पर 51 लाख का इनाम रखने वाले बिजनौर के मौलाना अनवरुल हक समेत दो अन्य लोगों के खिलाफ तहरीर दी थी। जिसके बाद खबर आई थी कि पुलिस ने मौलान अनवरुल को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अब एडीजी बरेली जोन अविनाश चंद्र ने मीडिया को जानकारी देते हुए स्पष्ट किया है कि मौलाना अनवारुल हक को गिरफ्तार नहीं किया गया है, जांच अभी भी जारी है। आपको बता दें कि पैगंबर मोहम्मद साहब पर अमर्यादित टिप्पणी को लेकर बिजनौर में जमीयत शाबाबुल इस्लाम के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अनवरुल हक ने कमलेश तिवारी के सिर पर 51 लाख रुपए का इनाम रख दिया था।
दिनदहाड़े हत्या से फैली सनसनी
लखनऊ के खुर्शीदबाग इलाके में रहने वाले हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की शुक्रवार को हत्या कर दी गई। हमलावर कमलेश को फोन कर उसने मिलने पहुंचे थे। वो मिठाई का डिब्बा लेकर आए थे। उन्होंने कमलेश तिवारी के साथ चाय पी और मिठाई के डिब्बे में छिपाकर लाए गए असलहे से उन पर फायर कर दिया। इसके बाद उन्होंने चाकू से कमलेश तिवारी का गला रेत दिया। इसके बाद हत्यारे मौके से फरार हो गए। पुलिस ने घटना स्थल से एक रिवॉल्वर भी बरामद की है।
पैगंबर साहब पर की थी विवादित टिप्पणी
गौरतलब है कि हिंदू महासभा के अध्यक्ष रहे कमलेश तिवारी पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी। इस मामले में कमलेश को रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसके बाद उन्होंने 2017 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था।
कमलेश के सिर पर रखा था 51 लाख का इनाम
पैगंबर मोहम्मद साहब पर उस समय मुस्लिम संगठन ने सर कलम करने का फतवा भी जारी किया था। बिजनौर में जमीयत शाबाबुल इस्लाम के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अनवरुल हक ने कमलेश तिवारी के सिर पर 51 लाख रुपए का इनाम रखा था। इसके अलावा कमलेश ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के सम्मान में मंदिर बनवाने का भी ऐलान किया था, जिसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था।
जानिए कमलेश तिवारी के बारे में
कमलेश तिवारी का असली नाम लक्ष्मी कान्त है। वे सीतापुर के रहने वाले थे। 1997 में उन्होंने सीतापुर में मुस्लिम भारत छोड़ो आंदोलन चलाया था। जिसको लेकर उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी। जेल से छूटने के बाद वो हिंदू महासभा में शामिल हो गए थे। उसके बाद वो हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष भी बने। उनकी पत्नी किरण भी हिन्दू महासभा के लिए काम करती हैं। फिलहाल वो लखनऊ में रह रहे थे। 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले कमलेश तिवारी ने हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था। जिसका समर्थन प्रवीण तोगड़िया ने भी किया था। कमलेश अयोध्या में राम मंदिर के लिए आंदोलन भी चला रहे थे।
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