कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में Zomato को लोगों ने कर दिया ट्रोल
लखनऊ। हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में एक आरोपी जोमैटो कंपनी में डिलिवरी ब्वॉय के तौर पर काम करता था, जिसको लेकर ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने बुधवार को बयान जारी करते हुए कहा कि कानून तोड़ने वाले किसी के लिए भी उसकी कंपनी में कतई बर्दाशत नहीं करने की नीति है और दोषी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
लोगों ने ट्रोल करना शुरू किया
गुजरात पुलिस के एटीएस द्वारा राजस्थान के साथ लगी राज्य की सीमा के पास से दो कथित हत्यारे अशफाक हुसैन और मोइनुद्दीन पठान की गिरफ्तारी के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर जोमैटो को ट्रोल करना शुरू कर दिया।
जोमैटो ने दी सफाई
सोशल मीडिया पर हिन्दू समाज पार्टी के नेता की हत्या के मामले में जोमैटो के एक कर्मचारी की भूमिका को लेकर उस पर सवाल उठाए। जोमैटो के प्रवक्ता ने कहा कि एक स्वतंत्र एजेंसी द्वारा पठान आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड और अतीत के रिकार्ड सहित पृष्ठभूमि की जांच के बाद उसे सूरत में नौकरी पर रखा गया था। उसने आखिरी बार छह अक्टूबर को खाने की आपूर्ति की थी। इसके बाद वह खुद अपनी मर्जी से हमारे प्लेटफार्म पर काम से हट गया था।
जोमैटो पहले भी रहा है चर्चा में
बता दें कि कुछ माह पूर्व भी जोमैटो तब चर्चा में आया था जब एक ग्राहक ने जोमैटो के डिलिवरी ब्वॉय से इसलिए खाना नहीं लिया क्योंकि वह दूसरे धर्म का था। इस पर जोमैटो ने खाना लेने से इंकार करने वाले ग्राहक को जवाब दिया था।
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