Kamlesh Tiwari murder case: हत्यारोपी कोर्ट में करना चाहते है सरेंडर, वकील से पूछा क्या करना होगा
लखनऊ। कमलेश तिवारी की हत्या को अब चार दिन बीत चुके है, लेकिन पुलिस मुख्य हत्यारोपियों तक अभी नहीं पहुंच सकी है। हत्यारोपी पुलिस को लगातार चकमा देते हुए लखनऊ के बाद शाहजहांपुर, बरेली व मुरादाबाद के बाद अम्बाला घूम रहे है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हत्यारोपी देश को छोड़कर नेपाल भागने की फिराक में हैं। बताया जा रहा है इसके लिए लखीमपुरखीरी से आरोपियों ने टैक्सी भी बुक कराई थी। हालांकि बॉर्डर पर सख्ती देख दोनों शाहजहांपुर चले गए थे।
वकील को किया था फोन
अब ऐसी खबर आ रही है कि दोनों आरोपी कोर्ट में सरेंडर करना चाहते हैं। पुलिस की गिरफ्त से दूर हत्यारे शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन ने सोमवार सुबह करीब 8.30 बजे ठाकुरगंज के एक वकील को फोन कर अदालत में सरेंडर करने के बारे में बातचीत की। कमलेश के हत्यारों की कॉल से वकील के होश उड़ गए और उन्होंने तत्काल पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना दी। जिस नंबर से कॉल आई थी, उसे ट्रेस करते हुए पुलिस की एक टीम लखीमपुर के पलिया पहुंची जहां पता चला कि मोबाइल नंबर टैक्सी चालक का है।
नेपाल भागना चाहते थे हत्यारोपी
पुलिस का कहना है कि हत्यारे नेपाल भागना चाहते थे और इसके लिए ही टैक्सी बुक कराई थी। हालांकि, बॉर्डर पर चौकसी देखकर दोनों शाहजहांपुर गए और टैक्सी छोड़ दी। इसी दौरान हत्यारों ने टैक्सी चालक से उसका मोबाइल फोन मांगकर कुछ लोगों को कॉल की थी। फिलहाल पुलिस उस चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जिसमें उसने पूरी डिटेल के साथ पुलिस को जानकारी दी है, जिसके बाद पुलिस और जांच टीम ने शाहजहांपुर में डेरा डाल रखा है।
शाहजहांपुर में सीसीटीवी कैमरों में नजर आए आरोपी
पुलिस की मानें तो हत्यारे रविवार रात करीब 12 बजे टैक्सी से शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन पर दिखाई दिए थे। वहां काउंटर पर जाकर उन्होंने ट्रेनों के बारे में जानकारी की। जिसके बाद एसटीएफ ने जिले के कई होटलों और मदरसों के मुसाफिरखानों में छापेमारी की। हत्याकांड के संदिग्ध सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिए हैं। फिलहाल एसटीएफ की टीम शाहजहांपुर में डेरा जमा दिया है। पुलिस को शक है कि संदिग्ध शाहजहांपुर में ही कहीं छिपे हो सकते हैं या फिर इस रास्ते के जरिए कहीं और भागने की फिराक में हैं।