कमलेश तिवारी हत्याकांड: गूगल की मदद से हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के घर पहुंचे आरोपी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। अब यूपी पुलिस ने दाव किया है कि हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी के हत्यारे गूगल मैप की मदद से घर तक पहुंचे थे। इसके अलावा पुलिस ने ये भी कहा है कि तिवारी का मर्डर करने वाले ट्रेन से लखनऊ आए थे। साथ ही पुलिस ने ये भी दावा किया है कि वारदात के एक दिन पहले रात करीब साढ़े 12 बजे कमलेश को कानपुर के एक टैक्सी चालक के फोन से कॉल की गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कमलेश तिवारी के हत्यारो ने गूगल मैप की मदद से उनके बारे में जानकारी जुटाई थी। पुलिस के मुताबिक चारबाग रेलवे स्टेशन से कमलेश के घर का पता पूछते हुए दोनों हत्यारे गणेशगंज पहुंचे थे। दोनों हत्यारों की लोकेशन हरदोई से मुरादाबाद होते हुए गाजियाबाद में मिली है। दावा किया जा रहा है कि हत्यारे गूगल मैप की मदद से कमलेश तिवारी की लोकेशन तलाश कर खुर्शेदबाग पहुंचे थे। पुलिस ने ये भी दावा किया है कि वारदात के एक दिन पहले रात करीब साढ़े 12 बजे कमलेश को कॉल की गई थी। पड़ताल करने पर पता चला है कि ये मोबाइल कानपुर देहात के टैक्सी चालक का है।
सीसीटीवी
में
दिखी
संदिग्ध
महिला
आपको
बता
दें
कि
सीसीटीवी
कैमरे
में
जो
संदिग्ध
दिखाई
दिए
थे
उसी
के
आधार
पर
उन्हें
हिरासत
में
लिया
गया
है।
सीसीटीवी
में
दो
संदिग्धों
के
साथ
एक
महिला
भी
दिखाई
दी
थी,
जिससे
आईजी,
एसएसपी
और
डीजीपी
ने
शनिवार
देर
रात
एडीजी
के
कार्यालय
में
संदिग्ध
महिला
से
पूछताछ
की
है,
हालांकि
डीजीपी
ओपी
सिंह
ने
इसके
अलावा
उस
संदिग्ध
महिला
के
बारे
में
और
कुछ
नहीं
बताया।
बेटे
ने
एनआईए
से
जांच
कराने
की
मांग
की
कमलेश
तिवारी
के
बेटे
सत्यम
ने
पिता
की
हत्या
की
जांच
एनआईए
से
करानी
की
अपील
की
है।
बेटे
ने
कहा
कि
उन्हें
किसी
पर
भी
भरोसा
नहीं
है
और
सुरक्षाकर्मी
के
रहते
उनकी
हत्या
हो
गई,
ऐसे
में
प्रशासन
पर
कैसे
भरोसा
किया
जा
सकता
है।