खून से सीएम अखिलेश को लिखा खत, नौकरी ना मिलने पर दी आत्मदाह की धमकी
लखनऊ। राजकीय औद्योगिक संस्थाओं में अनुदेशकों के रिक्त पद पर भर्ती के लिए दो वर्ष पूर्व हुई परीक्षा और और साक्षत्कार का परिणाम घोषित न होने से गुस्साए अभ्यर्थियों ने सोमवार को आमरण अनशन किया। लखनऊ के बांस मंडी चौराहा स्थित प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय पर जुटे अभ्यर्थियों ने विभाग पर उत्पीड़न का आरोप लगाया।

इतना ही नहीं अथ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को खून से खत लिखा और 12 सितंबर से पहले साक्षत्कार का रिजल्ट न घोषित करने पर आत्मदाह की धमकी दी। जानकारी के मुताबिक जिस अभ्यार्थी ने खून से खत लिखा है उसका नाम श्रीकांत यादव है।
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श्रीकांत ने कहा कि मांगी गई सूचना में यह बात सामने आई है कि प्रदेश में 261 राजकीय प्रशिक्षण संस्थान हैं और उनमें 4167 अनुदेशकों के पद रिक्त हैं। श्रीकांत का कहना है कि 7 नवंबर 2014 को विज्ञापन के माध्यम से 2498 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे।
इसके लिए 10 हजार अभ्यर्थियों का साक्षात्कार भी हुआ। लेकिन परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुआ जिससे अभ्यर्थी परेशान हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक को पत्र लिखे, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही।
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उल्लेखनीय है कि इससे पहले 12 अगस्त को भी बुलंदशहर की दो बेटियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपने खून से पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अपनी मां के हत्यारे पिता को सजा दिलाने की मांग की थी। जिसके बाद अखिलेश यादव उन बच्चियों से मिले और उन्हें न्याय दिलाने एवं उनकी शिक्षा के लिए पांच लाख रुपये देने की घोषणा की।