सेना और सरकार के साथ BSP, मायावती ने कहा- भरोसा है भारत सरकार चीन को करारा जवाब देती रहेगी
लखनऊ। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी संघर्ष को लकर बसपा प्रमुख मायावती का बयान सामने आया है। मायावती ने कहा, चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर जारी संघर्ष, तनाव व तैनाती आदि को लेकर देश में उत्सुकता व चिन्ता स्वाभाविक है, जिसको लेकर सरकार ने संसद में कल बयान भी दिया है। मायावती ने कहा कि बीएसपी को भरोसा है कि भारत सरकार देश की अपेक्षा के अनुरूप चीन को करारा जवाब देती रहेगी। बीएसपी सरकार व सेना के साथ है।
संसद का मानसून सत्र चल रहा है। इस बीच विपक्ष ने सदन में चीन का मुद्दा उठाया। इस पर गृह मंत्रालय ने चीन सीमा पर किसी भी तरह की घुसपैठ से इनकार किया है। हालांकि, गृह मंत्रालय ने माना कि पाकिस्तान की ओर से अभी भी घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पिछले छह महीने में भारत-चीन सीमा पर कोई घुसपैठ नहीं हुई। वहीं पाकिस्तान की ओर से फरवरी से अब तक करीब 47 बार घुसपैठ के प्रयास किए गए हैं। केंद्र सरकार की ओर से संसद में दिए गए बयान से सभी हैरान हैं, क्योंकि पिछले 4 महीने से एलएसी पर चीनी घुसपैठ की खबरें आ रही हैं। साथ ही कुछ सैटेलाइट इमेज में चीनी सेना के तंबू भी दिखे थे।
गृह मंत्री रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी मंगलवार को संसद में एक बयान में कहा था, चीन लद्दाख में लगभग 38,000 वर्ग किमी क्षेत्र पर अवैध कब्जा किए हुए है। राजनाथ सिंह ने बताया कि मई के मध्य में, चीन ने पश्चिमी सेक्टर के हिस्सों में एलएसी पार करने की कोशिश की थी, इसमें कोंगका ला, गोगरा और पैंगॉन्ग झील का उत्तरी किनारा शामिल थे। किसी को भी देश की सीमाओं की सुरक्षा को लेकर हमारी प्रतिबद्धता पर शक नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत मानता है कि पारस्परिक सम्मान और संवेदनशीलता पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंधों का आधार है।
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