शहीद CO देवेंद्र मिश्रा के वायरल पत्र की जांच एडीजी से ली गई वापस, नई अफसर ने संभाला जिम्मा
लखनऊ। बिकरू में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले बिल्हौर के सर्किल ऑफिसर (CO) देवेंद्र मिश्रा का तीन महीने पुराना एक पत्र बेटी वैष्णवी ने सोमवार को मीडिया कर्मियों को दिया था। तत्कालीन एसएसपी कानपुर अनंत देव को लिखी सीओ की यह चिट्ठी सामने आते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिसके बाद इस पत्र रिकॉर्ड में की जांच की तो यह पत्र वहां नहीं मिला। इस मामले में कानपुर के एसएसपी दिनेश प्रभु ने जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि सीओ के पत्र और ऑडियों का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। इस मामले में जांच की जा रही है।
जांच करने बिल्हौर ऑफिस पहुंची आईजी लक्ष्मी सिंह
वहीं, अब इस मामले में ताजा जानकारी आ रही है कि बिल्हौर के शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के शिकायती पत्र के मामले की जांच कानपुर जोन के एडीजी जय नारायण सिंह से वापस ले ली गई है। अब पूरे मामले की जांच लखनऊ जोन की आईजी लक्ष्मी सिंह करेंगी। बता दें कि मंगलवार की सुबह आईजी लक्ष्मी सिंह बिल्हौर सीओ कार्यालय पहुंच गई। इस दौरान आईजी लक्ष्मी सिंह ने सीओ कार्यालय में तैनात पूरे स्टाफ को बुलाया और कार्यालय में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया। बंद कमरे में पुलिसकर्मियों से पूछताछ की और कंप्यूटर समेत अन्य दस्तावेजों की जांच की।
14 मार्च 2020 का है वायरल पत्र
बिल्हौर के सीओ देवेंद्र मिश्रा की बेटी वैष्णवी ने सोमवार को एक पत्र मीडिया कर्मियों को दिया था। मीडिया कर्मियों का दिया यह पत्र 14 मार्च 2020 यानि तीन महीने पुराना है। यह पत्र तत्कालीन एसएसपी कानपुर अनंत देव को सीओ देवेंद्र मिश्रा ने लिखा था, जो सोमवार को मीडिया कर्मियों के पास आने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस चिट्ठी में बिल्ल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा ने तत्कालीन एसएसपी कानपुर अनंत देव को लिखकर विकास दुबे का काला चिट्ठा खोलकर रख दिया था। सीओ ने लिखा था कि विकास दुबे के खिलाफ 150 मुकदमे हैं। दरअसल, सीओ ने चौबेपुर एसएचओ को विकास दुबे पर कार्रवाई के लिए कहा था, लेकिन विनय तिवारी एक्शन के बजाए विकास दुबे से सहानुभूति दिखा रहे थे। लेटर में सीओ ने इस बात का भी जिक्र किया है।
चौबेपुर एसओ को हटाने की सिफारिश की थी
सोशल मीडिया पर वायपल हुई इस चिट्टी में देवेंद्र मिश्र ने थाना चौबेपुर के सस्पेंड एसओ विनय तिवारी का भी जिक्र किया है। सीओ देवेंद्र मिश्रा ने कहा है कि विनय तिवारी का गैंगस्टर विकास दुबे के पास आना-जाना है और उनकी सत्यनिष्ठा संदिग्ध है। सीओ ने चौबेपुर के निलंबित एसओ विनय तिवारी को पहले ही हटाने की सिफारिश उच्च अधिकारियों से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। देवेंद्र मिश्रा ने अपनी रिपोर्ट में विनय तिवारी को भ्रष्टाचारी और विवेचना में गड़बड़ी करने वाला बताया था। सीओ ने लेटर में लिखा, विकास दुबे जैसे दबंग कुख्यात अपराधी के खिलाफ थानाध्यक्ष द्वारा सहानभुति बरतना व अबतक कार्यवाही न कराना विनय कुमार तिवारी की सत्यनिष्ठा पूर्ण्त: संदिग्ध है, अन्य माध्यम से भी जानकारी हुई है कि विनय तिवारी का पहले से ही विकास दुबे के पास आना जाना व वार्ता करना बना हुआ था। यदि थानाध्यक्ष ने अपने कार्य प्रणाली में परिवर्तन न किया तो गंभीर घटना घटित हो सकती है।