हाथरस मामले के बीच CM योगी का ट्वीट, कहा-ऐसा दंड मिलेगा, जो उदाहरण प्रस्तुत करेगा
लखनऊ। महिलाओं, बच्चियों के खिलाफ अपराध और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बुरी तरह घिर चुकी है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़ा बयान सामने आया है। योगी आदित्यनाथ ने सख्त लहजे में कहा कि माताओं और बहनों के सम्मान और स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने वाले को ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। इससे पहले इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने 30 सितंबर को ट्वीट करते हुए कहा था कि हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। इधर, पीड़िता को इंसाफ के लिए उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगह प्रदर्शन, नारेबाजी और कैंडिल मार्च निकाला जा रहा है।
इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ''उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।'' मुख्यमंत्री ने ट्वीट में आगे लिखा, ''आपकी उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है। यह हमारा संकल्प है-वचन है।''
उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है।
इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
आपकी @UPGovt प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है।
यह हमारा संकल्प है-वचन है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 2, 2020
कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर चौतरफा घिरी है योगी सरकार
बता दें, उत्तर प्रदेश में हो रही ताबड़तोड़ आपराधिक घटनाओं को लेकर योगी सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्षी दल, बॉलीवुड, समाजसेवी से लेकर आम जनता तक इस मुद्दे पर अपना विरोध जता रही है। हाथरस में जिस तरह से दलित युवती की दरिंदगी के बाद मौत हुई, फिर जबरन आधी रात में पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया, इस मामले में पूरे देश में गुस्से का माहौल है। उधर, हाथरस में पुलिस ने पीड़ित के गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है। जिले में धारा-144 लगाने के साथ ही पीड़ित के गांव में नाकेबंदी है। गांव के लोगों को भी आईडी दिखाने के बाद ही एंट्री दी जा रही है।