मनी लॉन्ड्रिंग केस में न्यायिक हिरासत में भेजे गए गायत्री प्रजापति, ED की रिमांड अर्जी पर सुनवाई कल
gayatri prajapati sent to judicial custody in money laundering case: लखनऊ। रेप के आरोप में जेल में बंद उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को बढ़ती जा रही हैं। अब मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में ईडी के विशेष जज दिनेश कुमार शर्मा (तृतीय) ने प्रजापति को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। प्रजापति पर आरोप है कि खनन मंत्री रहते हुए उन्होंने कई फर्म बनाकर करोड़ों रुपए के कालेधन को सफेद कर अकूत संपत्ति अर्जित की है। ईडी ने अकूत संपत्ति अर्जित करने के मामले में गायत्री प्रजापति की 10 दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी है। इसपर 10 फरवरी को सुनवाई होगी।

पिछले साल ईडी ने दर्ज किया था आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला
26 अक्टूबर 2020 को प्रवर्तन निदेशालय ने गायत्री प्रजापति के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान ईडी को पता चला कि प्रजापति ने खनन मंत्री रहते करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की और कई फर्म बनाकर निवेश किया था। 22 जनवरी को ईडी ने प्रोडक्शन वारंट के जरिए गायत्री को जेल से तलब किया था। 8 फरवरी 2021 को गायत्री को जेल से विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया था, जहां कोर्ट ने गायत्री को न्यायिक हिरासत में लेने का आदेश जारी किया। अब ईडी गायत्री की 10 दिन की पुलिस रिमांड चाहती है, ताकि इस मामले में उनसे पूछताछ की जा सके।
जांच में सहयोग नहीं कर रहे प्रजापति, ईडी ने मांगी कस्टडी रिमांड
ईडी के विशेष अधिवक्ता कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि गायत्री प्रजापति जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। लिहाजा अब उन्हें कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। अभी तक गायत्री प्रजापति के बहुत सारे फर्जी फर्म के साक्ष्य मिले हैं, जिसमें कई करोड़ रुपए निवेश किए गए हैं। बता दें, ईडी की प्रारम्भिक जांच में पता चला है कि बतौर खनन मंत्री गायत्री ने अपनी आय से अधिक संपति अर्जित की है। फिलहाल, दो करोड़ 98 लाख 28 हजार 511 रुपए अधिक संपति का पता चला है।