UP: भ्रष्टाचार की शिकायत पर योगी ने लिया एक्शन, निशुल्क बांटे गए बैग, जूते-मोजों की होगी जांच
लखनऊ। प्रदेश के सभी सरकारी प्राथमिक-उच्च प्राथमिक स्कूलों में छात्रों को निशुल्क स्कूल बैग और जूते-मोजे बांटे गए थे। जूते-मोजों की गुणवत्ता और भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद योगी सरकार ने एक्शन लिया है। अब इस मामले में सभी जिलों के जिलाधिकारियों को सात दिन के अंदर जांच रिपोर्ट शासन को भेजनी होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकारी स्कूलों में निशुल्क बांटे गए बैग और जूते-मोजे की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं होने की शिकायत मिली थी। इसी आधार पर मंडल स्तर पर मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में चार सदस्यीय उड़नदस्ता गठित करने के निर्देश दिए गए हैं। उड़नदस्ते को सात दिन में प्रत्येक जिले के हर विकास खंड में रेंडम आधार पर तीन प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में जांच करने को कहा गया है। साथ ही अपर मुख्य सचिव ने बैग व जूते-मोजों की गुणवत्ता मानक के अनुरूप न होने और मैन्यूफैक्चरिंग डिफेक्ट होने पर संबंधित फर्म से दोबारा आपूर्ति कराने को कहा है।
अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार ने कहा कि अगर संबंधित फर्म दोबारा आपूर्ति नहीं करे तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही विभाग में जमा फर्म की जमानत राशि भी जब्त होगी। प्रदेश के 1 लाख 58 हजार 914 परिषदीय स्कूलों में करीब 1.58 करोड़ बच्चों को स्कूल बैग और जूते-मोजे नि:शुल्क (मुफ्त) बांटे गए हैं। इन पर करीब 550 करोड़ रुपए का खर्च आया है।