शादी की तैयारियों में जुटी पंखुड़ी पाठक ने ट्विटर पर शेयर की मेहंदी की फोटो, लिखी दिल की बात
लखनऊ। समाजवादी पार्टी नेता अनिल यादव से 1 दिसंबर को सात फेरे लेने जा रही कांग्रेस मीडिया पैनलिस्ट पंखुड़ी पाठक एक ट्वीट किया है। पंखुड़ी का ये ट्वीट चर्चा सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है। दरअसल, 29 नवबंर को समाजवादी पार्टी नेता अनिल यादव की पूर्व पत्नी ने उनपर जबरन तलाक देने का आरोप लगाया है। साथ ही पंखुड़ी पाठक पर भी आरोप लगाये है।
ट्वीट कर लिखी ये बात
शादी की तैयारियों में जुटीं पंखुड़ी पाठक ने ट्वीट किया है। ट्वीट में उन्होंने अपनी मेहंदी की तस्वीर के साथ लिखा है, "सत्य वह सूरज है जिसे फ़रेब के बादल ढक सकते हैं लेकिन बुझा नहीं सकते।" पंखुड़ी का ये ट्वीट चर्चा सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है।
'जबरन तलाक के कागजात पर करवाए हस्ताक्षर'
सपा नेता अनिल यादव की पूर्व पत्नी ज्योति यादव शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। ज्योति ने आरोप लगाया कि अनिल यादव ने उनके पांच साल के बेटे को जान से मारने धमकी देकर उनसे जबरन तलाक के कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए। उन्होंने कहा कि देवर कपिल यादव और ससुर सुरेश यादव ने उन्हें एक कमरे में बंधक बनाकर रखा था।
संपत्ति के लालच में दुष्प्रचार कर रही पूर्व पत्नी
सपा नेता अनिल यादव ने कहा, मैंने पत्नी ज्योति यादव से दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट में आपसी सहमति से विधिवत तलाक लिया है। कोर्ट के आदेश पर पत्नी और बच्चे के खर्चे के लिए 50 लाख रुपए भी दिए हैं। उनका कहना है कि उनकी पूर्व पत्नी संपत्ति के लालच में उनके ऊपर दबाव बनाने के लिए दुष्प्रचार कर रही हैं।
एक दिसंबर को होगी शादी
कांग्रेस की राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट पंखुड़ी पाठक और सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल यादव जल्द ही विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, अनिल यादव पंखुड़ी के साथ एक दिसंबर को दिल्ली कैंट स्थित वसुंधरा वाटिका में सात फेरे लेंगे। शादी की तैयारियां जोरों पर हैं।
जानें, कौन हैं पंखुड़ी पाठक
एक समय में एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव की बेहद करीबी रहीं पंखुड़ी पाठक दिल्ली में रहती हैं और उनका कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है। उनके पिता जेसी पाठक और मां आरती पाठक डॉक्टर हैं और दिल्ली में ही प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव में हार के बाद उन्होंने समाजवाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। स्टूडेन्ट लीडर रही पंखुड़ी पाठक लंबे समय से समाजवादी पार्टी की छात्र सभा से जुड़ी थीं। साल 2010 में दिल्ली के हंसराज कॉलेज के चुनाव में उन्होंने संयुक्त सचिव पद का चुनाव जीता था।