ED के खुलासे पर सीएम योगी आदित्यनाथ हुए सख्त, बोले- सफल नहीं होने देंगे किसी की भी साजिश
लखनऊ। चर्चित हाथरस कांड ने जहां पूरे देश को हिलाकर रख दिया है, तो वहीं, अब इस मामले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री के बाद नया ट्विस्ट भी आने लगा है। दरअसल, हाथरस कांड में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में दंगा भड़काने के लिए मॉरिशस से 50 करोड़ की फंडिंग की गई है। इस खुलासे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम किसी की भी साजिश को सफल नहीं होने देंगे। हम किसी के भरोसे के साथ किसी को भी खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं देंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम किसी भी षड्यंत्र को कामयाब नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हम ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे, जो समाज में विद्वेष पैदा करके विकास को रोकना चाहते हैं। सीएम बोले कि अब उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। आजादी के बाद सिर्फ दो एक्सप्रेसवे बन पाया था, लेकिन तीन सालों में तीन नए एक्सप्रेसवे बन रहे हैं।
Recommended Video
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शुरुआती जांच में पता चला है कि हाथरस कांड के बहाने जातीय दंगा फैलाने के लिए पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के पास मॉरिशस से 50 करोड़ रुपए की फंडिंग की गई है। इतना ही नहीं, ईडी ने दावा किया है कि पूरी फंडिंग 100 करोड़ से अधिक रुपए की थी। फिलहाल इस पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है। जांच एजेंसियों को शुरुआती जांच में पता चला है कि पीड़िता को न्याय दिलाने के नाम पर रातों-रात एक वेबसाइट बनाई गई। इसके तहत यूपी में जातीय दंगा फैलान की साजिश रची गई थी।
4
संदिग्ध
गिरफ्तार
इतना
ही
नहीं,
इस
वेबसाइट
के
माध्यम
से
इस्लामिक
देशों
से
फंडिंग
भी
की
गई।
अब
वेबसाइट
के
जरिए
जिन
खातों
में
पैसा
आया
है,
उसकी
जांच
ईडी
करेगा।
यह
वेबसाइट
प्लेटफॉर्म
कॉर्ड
डॉट
कॉम
पर
बनाई
गई
थी।
इससे
पहले
मंगलवार
को
मुथरा
जिले
में
पुलिस
ने
पॉपुलर
फ्रंट
ऑफ
इंडिया
(पीएफआई)
एवं
उसके
सहयोगी
संगठन
कैम्पस
फ्रंट
ऑफ
इंडिया
(सीएफआई)
से
जुड़े
चार
लोगों
को
गिरफ्तार
किया
है।
यह
चारों
दिल्ली
से
हाथरस
जा
रहे
थे।
पुलिस
ने
इनके
पास
से
मोबाइल
फोन,
लैपटॉप
व
भड़काऊ
साहित्य
बरामद
किए
है।
फिलहाल
खुफिया
विभाग
इन
से
पूछताछ
में
जुटा
है।