दूसरे राज्यों को मैनपावर चाहिए तो पहले मुझसे लेनी होगी परमिशन: सीएम योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश से श्रमिकों और कामगारों को अब कोई भी राज्य बिना इजाजत नहीं ले जा पाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अब किसी राज्य को यूपी मैनपावर चाहिए, तो उसे हमारी अनुमति लेनी होगी। सीएम योगी ने कहा, जिस तरह हमारे कामगारों की दुर्गति हुई है, जिस तरह का इनके साथ व्यवहार हुआ है, उसके मद्देनजर हम उनका रजिस्ट्रेशन कर उन्हें बीमा कवर देंगे। उनकी सामाजिक सुरक्षा देंगे और रोजगार परक प्रशिक्षण देंगे ताकि उसे वहां जाकर इधर-उधर भटकना न पड़े। उन्होंने कहा कि कोई राज्य सरकार हमारे लोगों को बिना अनुमति के नहीं ले जा सकती है।
'माइग्रेशन कमीशन' का होगा गठन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 'कोरोना संक्रमण काल: सजगता से सफलता' विषय पर वेबनियर के जरिए यह बात कही। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना संकट को जून में काफी हद तक नियंत्रित कर लेंगे। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में प्रदेश के कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही माइग्रेशन कमीशन गठित किया जाएगा। इसके तहत उत्तर प्रदेश के सभी कामगारों एवं श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा की गारंटी भी दी जाएगी।
'जो लोग जिम्मेदार हैं वह भोगेंगे'
सीएम
ने
कहा
कि
हमारे
श्रमिकों
कामगार
में
संक्रमण
से
जूझने
की
क्षमता
है।
वह
मेहनत
कर
पसीना
बहाता
है,
इसलिए
सक्रंमित
होने
पर
छह
से
सात
दिन
में
कोरोना
निगेटिव
में
आता
है,
सामान्य
लोग
14
से
20
दिन
में
ठीक
होते
हैं।
जो
लोग
श्रमिकों
के
हित
में
तमाम
नारेबाजी
करते
हैं,
उन्होंने
इनकी
चिंता
की
होती
तो
पलायन
को
रोका
जा
सकता
था।
जो
लोग
इसके
लिए
जिम्मेदार
हैं
वह
भोगेंगे।
सीएम
योगी
ने
बताया
कि
अब
तक
22
लाख
श्रमिक
यूपी
आ
चुके
हैं।
जर्मनी की कंपनी ने आगरा में निवेश की इच्छा दिखाई
विदेशी निवेश की चर्चा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि जर्मनी की लेदर कंपनी ने चीन से आकर आगरा में निवेश की इच्छा दिखाई है। कंपनी 30 लाख जूते हर साल बनाएगी। चीन से सस्ता श्रम हमारे यहां है। यूपी में निवेश की व्यापक संभावनाएं दिख रही हैं। वहीं, राज्य कर्मचारियों के भत्तों के खत्म किए जाने व इससे चुनाव में नुकसान के सवाल पर सीएम ने कहा कि वह हार जीत की नजर से निर्णय नहीं लेते लोकमंगल की भावना से वह काम करते हैं।