रामलीला मंडली के सभी पात्र थे मुस्लिम, हैरान हुए CM योगी ने कही ये बात
CM Yogi Adityanath Latest News:लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि अयोध्या (Ayodhya) की पहचान राम के साथ-साथ दीपोत्सव से भी होनी चाहिए। मंदिर तो अनेक बन सकते हैं पर अयोध्या में राम मंदिर हमारी आस्था का केंद्र बिंदु है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि पिछले दिनों इंडोनेशिया (Indonesia) के भी कलाकार भी यहां रामलीला की प्रस्तुति करने आए थे, जिनको मैंने लखनऊ आवास पर सम्मान के लिए बुलाया। मैं यह देखकर हैरान था कि उसमें सभी पात्र मुस्लिम थे।
सीएम योगी ने आगे कहा कि, 'मैंने उनसे कहा कि आप मुस्लिम होने के बावजूद राम, सीता या हनुमान बने। उन्होंने कहा हमारे यहां राम को लोग बड़ी श्रद्धा के साथ पूजते करते हैं। हमारा मजहब कुछ भी हो लेकिन हम पूर्वज नहीं बदल सकते। इस पर मैंने कहा की अगर भारत के अंदर कोई ऐसा करता तो यहां तो फतवा जारी हो गया होता।' सीएम योगी ने आगे बताया, 'उन कलाकारों ने कहा कि राम हमारे पूर्वज हैं, इस्लाम हमारा मजहब है। मजहब परिस्थिती के हिसाब से बदलता है लेकिन पूर्वज नहीं बदल सकते। हमारा जो लहू है वह राम की परंपरा का है। इंडोनेशिया में गणेश की मुद्रा और गरुड़ के नाम पर विमान चलते हैं। कोई भी हमें राम से अलग नहीं कर सकता।'
इससे पहले सीएम योगी भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती की पूर्व संध्या पर केजीएमयू कन्वेंशन सेंटर में आयोजित "अटल स्मृति काव्य संध्या" कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'अटल एक कवि थे। एक साहित्यकार थे और साहित्य से राजनीति में आए थे। कवि हृदय राजनेता के लिए यह उपयुक्त श्रद्धांजलि है।' वर्ष 1957 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा और वर्ष 2006 तक सक्रिय रूप से राजनीति को प्रभावित किया। अटल सबके प्रिय बने रहे। दल से ऊपर उठकर उनके प्रति लोगों में सम्मान का भाव था। सार्वजनिक जीवन में जाने की इच्छा रखने वाले प्रत्येक नागरिक के लिए अटल का जीवन अनुकरणीय हो सकता है।
सीएम योगी कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने सदैव प्रेरणा दी कि राजनीति मूल्यों की होनी चाहिए, आदर्शों की होनी चाहिए। उनकी स्मृतियां हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। अटल की कविताओं में राष्ट्र के प्रति जो भी भाव हैं, वो आज साकार होते दिखते हैं। जिस दिन कश्मीर में धारा 370 समाप्त हुई, अटल की आत्मा को शांति मिली होगी कि उनका संकल्प पूरा हुआ। अपने महापुरुषों के प्रति श्रद्धा का भाव सिर्फ भाषणों से नहीं, व्यावहारिक रूप से होना चाहिए।