URISE पोर्टल का सीएम योगी ने किया लोकार्पण, कहा- छात्रों के भविष्य निर्माण में होगा मददगार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में छात्र-छात्राओं के सशक्तिकरण के लिए यू राइज नाम के पोर्टल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण किया है। पोर्टल पर इसके परिचय में लिखा है कि यूनिफाइड रीइमेजिंड इनोवेशन फॉर स्टूडेंट एंपावरमेंट (URISE), तकनीकी शिक्षा, प्रशिक्षण, रोजगार और कौशल विकास मिशन विभाग का सामूहिक प्रयास है जिसके माध्यम से इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक, वोकेशनल और स्किल ट्रेनिंग कर रहे छात्रों को सशक्त किया जाएगा। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के तकनीकी शिक्षा विभाग के निर्देशन में इस पोर्टल को डेवलप किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पोर्टल का लोकार्पण करते हुए कहा कि शिक्षा क्षेत्र में समानता से ही समरस समाज का सपना साकार होगा। भविष्य की जरूरतों के लिहाज से शिक्षण संस्थानों में और शिक्षा के सभी चरणों में एक सहज एकीकरण और समन्वय होना चाहिए। इससे विद्यार्थियों को उनके सीखने की क्षमता के अनुसार विकल्पों को चुनने का अवसर मिलेगा। वे अपनी प्रतिभा और रुचियों के अनुसार सफलता हासिल कर सकेंगे। कहा कि 'यू राइज' पोर्टल अभिनव है। 'यू राइज' यानी 'यूनिफाइड री-इमेजिंड इनोवेशन फ़ॉर स्टूडेंट एमपॉवरमेन्ट' पोर्टल में विद्यार्थी जीवन के सम्पूर्ण चक्र जैसे संस्थान में प्रवेश, शुल्क, शिक्षण, प्रशिक्षण, प्रयोग, परीक्षा इत्यादि के साथ-साथ रोजगार की प्राप्ति तक का पूरा चक्र दर्ज होगा। कोई भी सेवायोजक छात्र के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकता है। यह छात्रों के लिए बहुत मददगार साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'यू राइज' पोर्टल शिक्षाविदों, सेवायोजकों, शोधार्थियों आदि के सहयोग से लाखों छात्र-छात्राओं के भविष्य निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने में सफल होगा। विद्यार्थी जीवन के सम्पूर्ण चक्र के विभिन्न स्तरों को यह पोर्टल, उपलब्ध सेवाओं और सूचनाओं के माध्यम से उन्हें सशक्त करेगा। इन सेवाओं में ऑनलाइन शुल्क, ऑनलाइन परीक्षा, आवश्यकता के अनुसार ऑनलाइन कक्षाएँ तथा वेबिनार, डिजिटल प्रश्नपत्र, डिजिटल मूल्यांकन, डिजिटल कन्टेन्ट, ई-लाईब्रेरी, विषय वस्तु पर रिकार्डेड वीडियो कन्टेन्ट, उद्योग, प्रशिक्षण, इंटर्नशिप, रोजगार इत्यादि के लिए विशाल नेटवर्क से युक्त यह पोर्टल विद्यार्थी को हर उस रूप से सशक्त कर सकेगा जैसा विद्यार्थी का स्वप्न है, उसका उद्देश्य है। इस पोर्टल के माध्यम से व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर रहे लगभग 20 लाख विद्यार्थियों को लाभ पहुंचेगा। ई-कंटेंट, ई-लाइब्रेरी, ऑनलाइन कोर्स जैसे प्रयास को सुदूर क्षेत्रों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचा सकेंगे।
पोर्टल लांचिंग के मौके पर मुख्यमंत्री ने दीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के दूसरे चरण में 100 करोड़ भी जारी किए। कोविड-19 महामारी के दूरगामी प्रभावों को ध्यान में रखते हुए दीनदयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम अंतर्गत द्वितीय चरण में जारी यह राशि प्रदेश के विभिन्न तकनीकी संस्थानों में डिजिटल और फिजिकल इन्फ्रा के विकास पर खर्च होगी। इस धनराशि से छात्रावासों का निर्माण, क्लास रूम, लैब, नवनिर्मित भवन के फर्नीचर, पुस्तकालय का विस्तार , कोविड के दृष्टिगत अवस्थापना सुविधाओं का विनिर्माण एवं ऑनलाइन क्लासेज, स्मार्ट क्लास रूम,वर्चुअल लैब आदि खरीदे जाएंगे।
यूराइज
पोर्टल
क्या
है?
इस
पोर्टल
के
माध्यम
से
तकनीकी
शिक्षा,
आईटीआई
एवं
कौशल
विकास
से
जुड़े
हुए
सभी
छात्र,
शिक्षक,
प्रशिक्षक,
रोजगार
देने
वाली
संस्थाएँ
न
केवल
एक
ही
स्थान
पर
जुड़े
हैं,
बल्कि
छात्रों
के
छात्र
जीवन-चक्र
से
जुड़ी
हुई
समस्त
सुविधाएँ
और
सूचनाएँ
भी
यहाँ
पर
उपलब्ध
होंगी।
इन
उपलब्ध
सुविधाओं
और
सूचनाओं
के
साथ
छात्र
न
केवल
अपने
आप
को
सशक्त
कर
सकेंगे
अपितु
वे
पूरे
विश्व
के
साथ
भी
जुड़
सकेंगे।
पोर्टल
का
लक्ष्य
राज्य
के
सभी
छात्रों
को
समान
रूप
से
गुणवत्तापरक
शिक्षा
और
सीखने
की
प्रक्रिया
एवं
अनुभव
को
बेहतर
बनाना
हैं।
पोर्टल
पर
पंजीकरण
के
उपरान्त
छात्र
आजीवन
यहाँ
उपलब्ध
कन्टेन्ट
व
सेवाओं
का
लाभ
उठा
सकते
हैं।
पोर्टल
उनके
लिए
उद्योग,
प्रशिक्षकों
और
फैकल्टी
का
एक
वृहद
नेटवर्क
तैयार
कर
रहा
है,
जिसका
लाभ
उन्हें
जीवनपर्यन्त
मिलता
रहेगा।
पोर्टल
पर
छात्र
के
ट्रैक
रिकार्ड
का
डिजिटल
संग्रह
करने
की
सतत
प्रक्रिया
चलती
रहेगी
,
जो
रोजगार
के
उद्देश्यों
के
लिए
महत्वपूर्ण
है।