हाथरस केस: साजिश के खुलासे पर बोले CM योगी- ये वही हैं जो मुजफ्फरनगर में दंगा करवाते हैं
लखनऊ। हाथरस केस बहाने में जातीय दंगा कराने की साजिश के खुलासे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये वही चेहरे हैं, जो मुजफ्फरनगर में दंगा करवाते हैं, ये वही चेहरे हैं जो कैराना से पलायन करवाने के लिए भी मजबूर करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की हर योजना का लाभ जब हर तबके तक पहुंचाने में कोई भेदभाव और राग-द्वेष नहीं, तो ये जाति के नाम पर, मजहब के नाम पर लड़वाने की चेष्टा कौन लोग कर रहे हैं? ये वही चेहरे हैं जो मुजफ्फरनगर में दंगा करवाते हैं, आज फिर इनकी चेष्टाएं उसी रूप में सामने आ रही हैं।
जातीय दंगा फैलाने के लिए पीएफआई को 50 करोड़ की फंडिंग
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शुरुआती जांच में पता चला है कि हाथरस केस के बहाने प्रदेश में जातीय दंगा फैलाने के लिए पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के पास मॉरिशस से 50 करोड़ रुपए की फंडिंग की गई है। इतना ही नहीं, ईडी ने दावा किया है कि पूरी फंडिंग 100 करोड़ से अधिक रुपए की थी। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच एजेंसियों को शुरुआती जांच में पता चला है कि पीड़िता को न्याय दिलाने के नाम पर रातों-रात एक वेबसाइट बनाई गई। इसके तहत यूपी में जातीय दंगा फैलान की साजिश रची गई थी।
पीएफआई के चार सदस्य गिरफ्तार
मंगलवार को मुथरा जिले से पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) एवं उसके सहयोगी संगठन कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया था। चारों दिल्ली से हाथरस जा रहे थे। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप व भड़काऊ साहित्य बरामद किए। चारों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से चारों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर कहा था, ''हम किसी की भी साजिश को सफल नहीं होने देंगे। हम किसी के भरोसे के साथ किसी को भी खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं देंगे।''
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