MSME लोन मेला में सीएम योगी ने बांटें 16 हजार करोड़ रुपए, बोले- हर परिवार के एक व्यक्ति को देंगे नौकरी-रोजगार
लखनऊ, 30 जून: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से 'वृहद ऋण मेला' के अंतर्गत 1.90 लाख हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं छोटे उद्यमियों को 16,000 करोड़ रुपए का ऋण वितरण और 'वार्षिक ऋण योजना' का शुभारंभ किया। सीएम योगी ने ने सूक्ष्म और लघु उद्यम व्यापारियों को 16 हजार करोड़ रुपए के ऋण बांटे। उन्होंने कहा कि हर घर से एक व्यक्ति को ऋण दिया जाएगा। सरकार मैपिंग करवा रही है। हर ज़िले में ओडीओपी सुविधा केंद्र बनाए जाएंगे।

सीएम योगी ने कहा कि एमएसएमई 2017 से पहले पूरी तरह खत्म थे। उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी का उच्चतम स्तर था। 2017 में हमने 1 जिला 1 उत्पाद के लिए एक कार्य योजना बनाई। अब 1.56 लाख करोड़ के उत्पादों का निर्यात किया जा रहा है। हमने बेरोजगारी दर में 3 फीसदी की कमी की है।
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सीएम योगी ने कहा की सकरात्मक पहल का असर अब दिखाई दे रहा है, मैंने कारीगरों हस्तशिल्पियों से बात की। इनका सहयोग स्थानीय प्रशासन, बैंकर्स, शासन सबने किया और आज उनके चेहरे पर नई चमक है। वो स्वयं स्वावलंबी बन रहे हैं और लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा था हमारा नौजवान नौकरी देने वाला होना चाहिए, आज ये ओडीओपी कार्यक्रम इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है।
'हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी, रोजगार, या स्वरोजगार'
सीएम योगी ने ट्वीट में कहा, ''आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में, उनकी प्रेरणा से कोरोना कालखंड में भी ऋण मेला आयोजित करने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश था। यह पूरे देश के लिए एक मिसाल है।'' सीएम ने कहा कि हम लोग 'परिवार कार्ड' जारी करने जा रहे हैं। इसके अंतर्गत सरकारी नौकरी, रोजगार या स्वरोजगार से वंचित परिवारों को चिह्नित किया जाएगा। राज्य सरकार का प्रयास होगा कि हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी, रोजगार अथवा स्वरोजगार के साथ जोड़ा जाए। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 'डिजिटल बैंकिंग' को प्रोत्साहित कर रहे हैं। बैंकर्स से आग्रह है कि जो लोग लोन प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें डिजिटल लेन-देन के साथ जोड़ें।