लखनऊ में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, मायावती ने कहा- सरकार तुरंत इनकी मांगों पर विचार करे
लखनऊ, 05 दिसंबर: राजधानी लखनऊ में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बसपा प्रमुख मायावती ने घटना को दुखद और निंदनीय करार देते हुए सरकार से इन अभ्यर्थियों की मांगों पर तुरंत विचार करने की मांग की है। मायावती ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, ''यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लंबित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शान्तिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुःखद व निन्दनीय। सरकार इनकी जायज मांगों पर तुरंत सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की यह मांग।''
क्या है पूरा मामला ?
69,000 शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार की रात अभ्यर्थी इसमें 22,000 हजार सीटों को जोड़ने की मांग को लेकर 1090 चौराहे से मुख्यमंत्री आवास तक कैंडल मार्च निकाल रहे थे। पुलिस ने सभी अभ्यर्थियों को रास्ते में रोकने की कोशिश की। काफी समझाने के बाद भी जब अभ्यर्थी नहीं माने तो पुलिस ने उनपर लाठी चार्ज कर दिया। लाठीचार्ज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
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वरुण गांधी ने अपनी सरकार से दागे सवाल
इस मामले में सियायत शुरु हो गई है। विपक्ष के हमले के साथ-साथ पीलीभीत से भाजपा सांसद ने अपनी सरकार से कई सवाल पूछ डाले। उन्होंने ट्वीटर पर पोस्ट करके लिखा कि अगर ये आपके बच्चे होते तो, तो इनके साथ ऐसा ही व्यवहार होता। वरुण गांधी ने लिखा, ''ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज। अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता?? आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं??''