Nupur sharma पर एक्शन को लेकर मायावती बोलीं- सस्पेंड से काम नहीं चलेगा, जेल भेजना चाहिए
लखनऊ, 06 जून: बीजेपी ने अपने दो नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल पर विवादित बयान को लेकर सस्पेंड कर दिया है। हालांकि, विपक्षी दल अभी भी इस कार्रवाई संतुष्ट नहीं हैं। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने नूपुर शर्मा के खिलाफ वैधानिक कदम उठाए जाने की मांग की तो बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्विटर पर मोर्चा संभाल लिया।मायावती ने कहा कि केवल सस्पेंड व निकालने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उनको सख्त कानूनों के तहत जेल भेजना चाहिए।

मायावती ने कहा - BJP को भी अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए
बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, ''देश में सभी धर्मों का सम्मान जरूरी। किसी भी धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल उचित नहीं। इस मामले में बीजेपी को भी अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए। केवल उनको सस्पेंड व निकालने से काम नहीं चलेगा बल्कि उनको सख्त कानूनों के तहत जेल भेजना चाहिए।''

कानपुर हिंसा की तह तक जाना बहुत जरूरी : मायावती
मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, ''इतना ही नहीं बल्कि कानपुर में अभी हाल ही में जो हिंसा हुई है, उसकी तह तक जाना बहुत जरूरी। साथ ही, इस हिंसा के विरुद्ध हो रही पुलिस कार्रवाईयों में निर्दोष लोगों को परेशान ना किया जाए, बीएसपी की यह भी माँग।''

'भाजपा से निलंबन तो उनका भी हुआ था, जो आज उप्र में मंत्री बने बैठे हैं'
इससे पहले रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश ने ट्वीट करते हुए कहा, ''भाजपा नूपुर शर्मा पर सिर्फ़ निलंबन की दिखावटी कार्रवाई न करे बल्कि वैधानिक क़दम उठाए। विवादित बयान पर भाजपा से निलंबन तो उनका भी हुआ था, जो आज उप्र की भाजपा सरकार में मंत्री बने बैठे हैं।''बता दें, कानपुर में बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की थी। नूपुर शर्मा को रविवार को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि नूपुर शर्मा ने पिछले महीने एक न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी की थी।
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