मिशन चंद्रयान-2 पर बोलते हुए फूट-फूट कर रोये मंत्री मोहसिन रजा, बोले- हम होंगे कामयाब
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लखनऊ। चांद की सतह पर उतरने की प्रक्रिया के दौरान 'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का संपर्क टूट गया। ये संपर्क तब टूटी जब 'लैंडर विक्रम' चांद की सतह से महज 2.1 किलोमीटर की दूरी पर था। अब इस मामले पर बोलते हुए यूपी सरकार के मंत्री और बीजेपी नेता मोहसिन रजा भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि सब कुछ सही चल रहा था। एक बड़ा अच्छा पल था। लेकिन थोड़ी देर के लिए जब लैंडर से हमारा संपर्क टूटा। तो ऐसा लगा कि हमारे दिल की धड़कने बहुत तेज हो गईं।
फूट-फूट कर रोने लगे मोहिसन रजा
मंत्री और बीजेपी नेता मोहसिन रजा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मोहसिन रजा अचानक भावुक हो गए और अपनी भावनाओं को नहीं रोक पाए। उन्होंने कहा कि हम बहुत उत्साहित थे लेकिन बहुत सारी चीजें वैसी नहीं हो पाईं। दिन रात एक करके हमारे वैज्ञानिकों ने यह काम किया था। हम उम्मीद नहीं हारे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि हम कामयाब होंगे। अपने आप को संभालते हुए मोहसिन ने बताया कि बहराल प्रधानमंत्री ने इसरो के चेयरमैन को हिम्मत दी है। हम उम्मीद करते हैं कि हम जरूर कामयाब होंगे। यह सब देखकर हम काफी भावुक भी हुए और अपने आंसू को नहीं रोक पाए। क्योंकि हम बहुत बड़ा इतिहास लिखने जा रहे थे। इस काम को करने में फिर थोड़ा समय लगेगा।
केवल 5 फीसदी का हुआ है नुकसान- इसरो के अधिकारी
दरअसल, लैंडर विक्रम अपने निर्धारित पथ से अलग हो गया था और उसके बाद संपर्क टूट गया। कई विशेषज्ञों का कहना है कि अभी इस मिशन को असफल नहीं कहा जा सकता है, लैंडर से पुन: स्थापित हो सकता है। इसरो के एक वैज्ञानिक ने नाम जाहिर ना करने की शर्त पर बताया, 'मिशन का केवल 5 फीसदी- लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर ही नुकसान हुआ है, जबकि बाकी 95 प्रतिशत -चंद्रयान-2 ऑर्बिटर- अभी भी चंद्रमा का सफलतापूर्वक चक्कर काट रहा है।
पीएम मोदी ने बढ़ाया इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे हजारों वर्षों का इतिहास ऐसे उदाहरणों से भरा हुआ है जब शुरुआती रुकावटों के बावजूद हमने ऐतिहासिक सिद्धियां हासिल की हैं। खुद ISRO भी कभी न हार मानने वाली संस्कृति का जीता-जागता उदाहरण है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर अपनी शुरुआती चुनौतियों, दिक्कतों से हम हार जाते तो आज इसरो दुनिया की अग्रणी स्पेस एजेंसियों में से एक भी स्थान नहीं ले पाता। परिणाम अपनी जगह हैं, लेकिन मुझे और पूरे देश को अपने वैज्ञानिकों, इंजीनियरों आप सभी के प्रयासों पर गर्व है।
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