बीजेपी नेता ने 'कसाब' से की 'कन्हैया' की तुलना!
लखनऊ। लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा मोदी को चाय वाला कहे जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने सियासत की सम्पूर्ण रूपरेखा को चायवाला यानि की एक आम आदमी के हिसाब से तय की। हां, लोकसभा चुनावों में भाजपा को मिले पूर्ण बहुमत की वजह से इस रूपरेखा को कहीं न कहीं विपक्षी दलों ने प्रभावी माना।
नीतीश का कन्हैया को सम्मान देना कहीं मिशन 2019 तो नहीं?
लेकिन आगामी 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ये कितना असरदार होगा ये तो आने वाला वक्त ही सुनिश्चित कर पाएगा। रविवार को बाराबंकी के सुभाषनगर क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता वैभव मिश्रा ने चाय पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया। चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के साथ ही जेएनयू के कन्हैया कुमार, अजमल कसाब, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद पर बखूबी नेताओं ने अपने अपने विचार रखे।
''कसाब और कन्हैया भी तो नवयुवक हैं'' - संतोष सिंह
सुभाषनगर में आयोजित चाय पर चर्चा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बाराबंकी जिलाध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव ने शिरकत की, वहीं कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संतोष सिंह और भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान बाराबंकी जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि युवा अब विकास की राह से भ्रमित होने लगा है।
आज सिर पर गमछा बांधकर हर युवा सियासत की मूल धारा में उतरना चाहता है जबकि उसे इसकी गहराई से कोई मतलब नहीं। केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही उज्जवला योजना से युवाओं को जोड़ते हुए कहा कि यदि वास्तव में आप कुछ करना ही चाहते हैं तो लोगों तक मोदी जी की इन योजनाओं को पहुंचाएं।
लोगों
को
इन
योजनाओं
से
लाभान्वित
होने
के
तरीके
के
बारे
में
जानकारी
दें।
इस
दौरान
पूर्व
जिलाध्यक्ष
सिंह
ने
जेएनयू
छात्रसंघ
अध्यक्ष
कन्हैया
कुमार
और
अजमल
कसाब
के
संदर्भ
में
कहा
कि
देखिए
ये
भी
नवयुवक
हैं।
लेकिन
युवाओं
की
भूमिका
राष्ट्रहित
में
होनी
चाहिए।
''युवाओं के छलिया हैं यूपी के युवा सीएम'' - रामबाबू द्विवेदी
कार्यक्रम में मौजूद भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने मोदी सरकार की जन-धन बीमा, फसल बीमा योजना, मुद्रा लोन, स्वॉयल हेल्थ कार्ड, उज्जवला योजना, स्टार्ट अप इंडिया की जानकारी युवाओं और किसान भाईयों को दी। साथ ही उन्होंने कहा कि लोकसभा की तर्ज पर अब हर सीट से आप किसी व्यक्ति विशेष के स्थान पर कमल के निशान को उम्मीदवार मानकर पार्टी हित में काम कीजिए। इन सबके इतर प्रवक्ता द्विवेदी ने सूबे की अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए युवाओं से पूछा ''जरा ये बताईये कितने लोगों को अखिलेश बाबू ने लैपटॉप, टैबलेट, बेरोजगारी भत्ता दिया है..और आपमें से कितनों को मिला है।'' जिसका जवाब युवाओं की ओर से ''किसी को भी नहीं'' में मिला। जिस पर फिर से तंज कसते हुए रामबाबू ने कहा कि युवाओं के छलिया हैं यूपी के युवा सीएम।
विवेकानंद, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद याद आए
मुख्य अतिथि अवधेश श्रीवास्तव जिलाध्यक्ष बाराबंकी ने चाय पर चर्चा कार्यक्रम के दौरान स्वामी विवेकानंद के संदेश को दुहराते हुए कहा ''हमें भी उठो, जागो और तब तक मत रूको जब तक तुम्हें तुम्हारा लक्ष्य न मिल जाए'' का पालन करना है। जिलाध्यक्ष अवधेश ने यह भी कहा कि भारत में दो विचारधाराएं तैयार हो चुकी हैं...पहली तो वो जो कि कम्युनिष्ट लोगों के हिमायती बनते हुए भारत तेरे टुकड़े होंगे....इंशाअल्लाह...इंशाअल्लाह के नारे लगाते हैं। और दूसरे वो जिन्होंने देश की खातिर अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया। जिसमें उन्होंने भगत सिंह और चंद्र शेखर का जिक्र किया। जबकि कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के आयोजक वैभव मिश्रा ने कहा कि सपा हो या बसपा परिवारवाद से पूरी तरह से ग्रसित हैं। 2017 में इनका सूपड़ा साफ होने वाला है। चाय पर चर्चा कार्यक्रम में आकाश सैनी, दिनेश तिवारी सुभाष नगर वार्ड के सभासद, गौरव वर्मा, के के सिंह, विशाल सिंह, दुर्गेश कश्यप, मनीष सैनी, ननकऊ अवस्थी, रेनू वर्मा, अंशू पाल, सूरज वर्मा, सूरज अवस्थी आदि लोग मौजूद रहे।
सूबे में भाजपा ने युवाओं को लुभाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। जहां एक खेमा केंद्र में मौजूद एनडीए की उपलब्धियों के सहारे लोगों को अपनी ओर समेटने की कवायद कर रहा है तो दूसरी ओर कन्हैया सरीखे लोगों की मुखालिफत करते हुए राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि ये बसपा, सपा के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। अब देखना ये है कि कौन, किस तरह से, कितना फायदा उठा पाता है।