कानपुर अपहरण कांड: अखिलेश ने योगी सरकार पर साधा निशाना, कहा- 'भाजपा सरकार की नैतिकता का...'
लखनऊ। कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र से 22 जून को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण हो गया था। पुलिस ने संजीत के परिजनों से उनका मकान बिकवाकर खुद अपरहरण करने वालो को 30 लाख रुपया भी दिलवा दिया, लेकिन पुलिस संजीत को बरामद कर सकी और न कोई अपराधी पकड़ में आया। वहीं, जब यह खबर मीडिया में सुर्खिया बनी तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए है। अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी की बीजेपी सरकार की नैतिकता का ही अपहरण हो गया है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कही ये बात
पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने लिखा, 'कानपुर में अपहरण की घटना के बाद बेबस व मजबूर परिजनों द्वारा सूचित करने के बावजूद पुलिस के सामने से फिरौती की रकम ले जानेवालों के ऊपर आख़िर किसका हाथ है कि उन्हें पुलिस का भी डर नहीं है। लगता है उप्र की भाजपा सरकार की नैतिकता का ही अपहरण हो गया है। #नहीं_चाहिए_भाजपा #NoMoreBJP'
22 जून को हुआ था अपहरण
कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा-5 निवासी पान की दुकान चलाने वाले चमन यादव का बेटा संजीत 22 जून को बाइक समेत लापता हो गया था। पीड़ित परिवार ने बर्रा थाने में घटना की जानकारी दी, लेकिन पुलिस उसे तलाश नहीं कर सकी। घटना के तीन दिन बाद पिता के मोबाइल पर बदमाशों ने फोन कर बेटे को छोड़ने के लिए सोमवार तक 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। चमन ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने चमन को बरामद करने और बदमाशों को पकड़ने के लिए प्लान तैयार किया।
जमा-पूंजी बेचकर इकट्ठा किए 30 लाख रुपए
पुलिस के पैसों के इंतजाम करने पर संजीत के परिवार ने घर बेचकर और बेटी रुचि की शादी के लिए जमा की पूंजी और जेवर बेचकर 30 लाख रुपए इकट्ठा किए थे। अपहरण कर्ताओं ने फोन कर उन्हें गुजैनी हाईवे पर बुलाया। रात करीब आठ बजे हाईवे के ऊपर पहुंचने पर बदमाश ने फोनकर उनसे नीचे से गुजर रही रेलवे पटरी पर बैग फेंकने को कहा। पुलिस के इशारा करते ही उन्होंने बैग नीचे फेंक दिया। जब तक पुलिस हाईवे के किनारे से नीचे उतरकर पहुंची, बदमाश रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। यह देख पुलिस हाथ मलती रह गई। पुलिस पीड़ित परिवार के बेटे भी को नहीं छुड़ा पाई।
एसपी ने खारिज किए परिवार के आरोप
एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता के मुताबिक, 'मामले में पुलिस की ओर से हर कार्रवाई की जा रही है। हमने इसमें काफी सबूत जुटाए हैं। जिस तरह के परिवार आरोप लगा रहा है, वे गलत हैं। पुलिस पूरी मेहनत कर रही है। पीड़ित परिवार मानसिक रूप से परेशान है, मेरी उनके साथ पूरी सहानुभूति है।'