किसानों को सता कर भाजपा सत्ता में नहीं रह पाएगी: अखिलेश यादव
लखनऊ। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा और पंजाब के किसानों का विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। सैकड़ों की संख्या में किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों की मांग है कि सरकार उनके पास आकर उनकी बात सुने और इन कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। वहीं, सरकार लगातार कह रही है कि ये तीनों कानून किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के मकसद से बनाए गए हैं। इस मामले में किसानों के साथ खड़े समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा कि किसानों को सता कर भाजपा सत्ता में नहीं रह पाएगी।
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ''भाजपा सरकार दिन में किसानों से बेनतीजा वार्ता करती है व रात में पूंजीपतियों से गुपचुप बातें कर किसानों के खिलाफ षडयंत्र रचती है। भाजपा सरकार वार्ता को लंबा खींचकर भी आंदोलन को कमजोर न कर पाएगी, क्योंकि देश किसानों के साथ है। किसानों को सता कर भाजपा सत्ता मे नहीं रह पाएगी।''
भाजपा सरकार दिन में किसानों से बेनतीजा वार्ता करती है व रात में पूँजीपतियों से गुपचुप बातें कर किसानों के ख़िलाफ़ षडयंत्र रचती है। भाजपा सरकार वार्ता को लंबा खींचकर भी आंदोलन को कमज़ोर न कर पायेगी क्योंकि देश किसानों के साथ है।
किसानों को सता कर भाजपा सत्ता मे नहीं रह पाएगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 4, 2020
9वें दिन भी किसानों का आंदोलन जारी
बता दें, नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 9वें दिन भी जारी है। कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसानों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई थी, जो बेनतीजा रही। बैठक में किसान नेता नए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग पर अड़े रहे। सरकार की ओर से कहा गया कि बैठक सकारात्मक रही। एक बार फिर ज्यादा स्पष्टता के लिए बैठक करेंगे। अब सरकार और किसानों के बीच 5 दिसंबर को फिर बातचीत होगी। यूपी के किसानों ने यूपी गेट के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-9 को जाम कर दिया है। सिंघु, टिकरी, चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर पर अब भी सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
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