Hathras Case: BJP सरकार में बिना लड़े कुछ भी नहीं मिला न इंसाफ, न हक, अखिलेश यादव ने कहा
Akhilesh Yadav comments on Hathras Case: लखनऊ। हाथरस जिले में कथित गैंगरेप और हत्या के मामले में सीबीआई (CBI) ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में सीबीआई ने पीड़िता के आखिरी बयान को आधार बनाकर चारों आरोपियों पर गैंगरेप और हत्या का आरोप लगाया है। तो वहीं, अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में बिना लड़े कुछ भी नहीं मिला न इंसाफ, न हक।
BJP
सरकार
में
बिना
लड़े
कुछ
नहीं
मिलता:
अखिलेश
यादव
समाजवादी
पार्टी
के
अध्यक्ष
व
पूर्व
मुख्यमंत्री
अखिलेश
यादव
ने
हाथरस
कांड
को
लेकर
दो
ट्वीट
किए
है।
ट्वीट
में
अखिलेश
यादव
ने
लिखा,
''हाथरस
कांड'
में
उप्र
की
भाजपा
सरकार
की
लाख
कोशिशों
के
बाद
भी
जनता,
विपक्ष
व
सच्चे
मीडिया
के
दबाव
से
सीबीआई
जांच
बैठानी
ही
पड़ी।
अब
पीड़िता
के
अंतिम
बयान
के
आधार
पर
चारों
अभियुक्तों
के
ख़िलाफ़
चार्जशीट
दाखिल
हुई
है।
भाजपा
सरकार
से
बिना
लड़े
कुछ
भी
नहीं
मिलता
न
इंसाफ़,
न
हक़।'
वहीं,
दूसरे
ट्वीट
में
लिखा,
''हाथरस
की
बेटी'
के
प्रति
हुए
अन्याय
को
लेकर
अपनी
नैतिकता
की
मौत
के
साथ
अनैतिक
भूमिका
निभाने
के
लिए
शोक
प्रकट
करने
की
ख़ातिर
भाजपा
के
नेता
एवं
समर्थकों
को
कम-से-कम
दो
मिनट
का
मौन
तो
रखना
चाहिए
व
स्वयं
से
क्षमा
भी
मांगनी
चाहिए।
आज
हर
बेटी-बहन
वाले
परिवार
को
थोड़ी
शांति
मिली
है।'
14
सिंतबर
को
दलित
युवती
से
हुआ
था
गैंगरेप
हाथरस
के
एक
गांव
में
14
सितंबर
को
दलित
युवती
से
चार
युवकों
ने
कथित
गैंगरेप
किया
था।
इसके
बाद
उसके
साथ
हैवानियत
की
सारी
हदें
पार
की
थीं।
घायल
हालत
में
मिली
युवती
को
इलाज
के
लिए
अस्पताल
में
भर्ती
कराया
गया,
जहां
उसकी
हालत
को
देखते
हुए
डॉक्टरों
ने
दिल्ली
के
अस्पताल
रेफर
कर
दिया।
इलाज
के
दौरान
29
सितंबर
को
दिल्ली
के
सफदरजंग
अस्पताल
में
पीड़िता
ने
दम
तोड़
दिया
था।
अगले
दिन
30
सितंबर
को
हाथरस
में
भारी
पुलिस
फोर्स
की
मौजूदगी
में
देर
रात
करीब
दो
बजे
पीड़िता
का
अंतिम
संस्कार
कर
दिया
गया।
हालांकि,
परिजनों
ने
कहा
कि
पुलिस
ने
जबरन
उनकी
बेटी
की
अंतिम
संस्कार
कर
दिया।
वहीं,
अधिकारियों
का
कहना
है
कि
परिवार
की
मौजूदगी
में
उनकी
इच्छा
के
अनुसार
अंतिम
संस्कार
किया
गया
था।
सीबीआई
कर
रही
मामले
की
जांच
इस
मामले
की
जांच
सीबीआई
को
सौंपी
गई
थी।
अक्टूबर
में
सुप्रीम
कोर्ट
ने
कहा
कि
सीबीआई
द्वारा
की
जा
रही
जांच
की
निगरानी
इलाहाबाद
हाईकोर्ट
करेगा।
चारों
आरोपी
संदीप,
लवकुश,
रवि
और
रामू
न्यायिक
हिरासत
में
हैं।
बता
दें,
इस
मामले
में
विपक्ष
ने
यूपी
की
योगी
सरकार
को
जमकर
घेरने
की
कोशिश
की
थी।
प्रियंका
गांधी
और
राहुल
खुद
पीड़ित
परिजनों
से
मिलने
उनके
घर
गए
थे।
इसके
बाद
कई
अन्य
दलों
के
नेता
भी
पीड़िता
के
घर
पहुंचे
थे।
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