'...घर की आग का मंजर क्यों न दिखता उन्हें', किसानों के मुद्दे पर अखिलेश का भाजपा पर बड़ा हमला
Akhilesh Yadav Lashes Out At Bjp Govt Over Farmers Issue: लखनऊ। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों का आंदोलन (Farmers protest) सोमवार को 47वें दिन में प्रवेश कर गया। किसान संगठनों और केंद्र सरकार के साथ अब तक हुई कई दौर की बातचीत बेनतीजा रही। किसान संगठनों के नेता आंदोलन तेज करने की रणनीति बनाने में लगे हैं। अगले दौर की बातचीत 15 जनवरी को होनी है। किसानों के समर्थन में विपक्षी दलों के नेता लगातार सरकार पर हमलावर हैं। सोमवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने एक बार फिर से केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा सरकार पर किसानों की उपेक्षा और अपमान करने का आरोप लगाया है।

...घर की आग का मंजर क्यों न दिखता उन्हें
अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्वीट किया, 'भाजपा सरकार किसानों के प्रति असंवेदनशील होकर जिस प्रकार उपेक्षापूर्ण रवैया अपना रही है, वो सीधे-सीधे अन्नदाता का अपमान है. घोर निंदनीय!' अखिलेश ने आगे शायराना अंदाज में लिखा, 'अब तो देश की जनता भी किसानों के साथ खड़ी होकर पूछ रही है: दुनिया में उठता हुआ धुआं दिखता है जिन्हें, घर की आग का मंजर, क्यों न दिखता उन्हें।'
47 दिन से आंदोलन कर रहे हैं किसान
नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों का आंदोलन सोमवार को 47वें दिन में प्रवेश कर गया। किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि 26 जनवरी (26 january) से पहले उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वो गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि अगर केंद्र संग बैठक में नतीजा नहीं निकल रहा तो किसान भी बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अगर बातचीत करें तो क्या नहीं हो सकता। हम चाहते हैं कि फैसला हो लेकिन सरकार भी तो चाहे।
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