साधु-संतों को पेंशन देगी योगी सरकार, अखिलेश बोले- रावण को भी दें
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लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार साधु-संतों को भी पेंशन देने पर विचार कर रही है। इसके लिए वृद्धावस्था पेंशन के तहत करीब 10 लाख साधु-संतों को लाने की योजना है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि रामलीला में भगवान राम का अभिनय करने वाले को भी पेंशन मिलनी चाहिए। सरकारी खजाने से कुछ बचे तो रावण को भी पेंशन मिले। कहा कि राम लक्ष्मण, सीता के साथ ही रावण को भी पेंशन देनी चाहिए। साधु-संतों को बीस-बीस हजार रुपए पेंशन दी जाए। साथ ही रामायण मंच के कलाकारों को पेंशन दिए जाने की बात कही।
'भाजपा विधायक की भाषा निंदनीय'
भाजपा विधायक साधना सिंह ने बसपा सुप्रीमो को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी, उस विषय पर अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा अध्यक्ष को लेकर भाजपा की महिला विधायक की भाषा बेहद निंदनीय है। चुनाव नजदीक है, भाजपा की भाषा और गिरेगी। समाजवादी पार्टी भी महिला विधायक की शिकायत करेगी। जो लोग भारत की संस्कृति के बारे में दावा करते हैं, उनके दल के लोग क्या बोल रहे हैं। महिला विधायक की भाषा कैसी हो गई है। हम भी शिकायत भेजेंगे कि देखो कैसी भाषा है भाजपा की। मायावती जी के लिए ऐसी भाषा वो लोग प्रयोग कर रहे हैं जो फ्रस्टेट हो गए हैं। अभी तो भाषा और खराब होगी।
प्रवासी सम्मेलन पर बोले अखिलेश
वाराणसी में आयोजित हो रहे प्रवासी सम्मेलन पर अखिलेश ने कहा कि अभी बहुत सारे एनआरआई आये हैं। मैं उनका स्वागत करता हूं। उम्मीद करता हूं कि कुछ इन्वेस्टमेन्ट भी करके जाएंगे। इस बार कुम्भ में स्नान करने के बाद मन बदले और शायद कुछ निवेश करें।
'जनता तय करेगी नेतृत्व'
अखिलेश ने कहा कि नेतृत्व जनता खुद तय कर लेती है। आने वाले समय में महागठबंधन का नेता तय होगा। हमारे पास बहुत विकल्प हैं। भाजपा के पास तो 40 दल जुड़े हैं। अभी तो हमने 20 से 22 ही जोड़े हैं तो भाजपा को इतनी दिक्कत हो रही है। हमारे पास तो बहुत चेहरे हैं लेकिन बीजेपी के पास कोई चेहरा हो तो बताए।