कानपुर एनकाउंटर: अखिलेश यादव बोले- 'विकास' को कब गिरफ्तार करोगे, करोगे भी या नहीं?
लखनऊ। कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा बदमाश विकास दुबे वारदात के 6 दिन बाद भी फरार है। यूपी पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें लगातार विकास की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। वहीं, इस मुद्दे पर सियासत भी शुरु हो चुकी है। विपक्ष सरकार को घेरने में जुट गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसा है।
'विकास' को कब गिरफ़्तार करोगे... करोगे भी या नहीं?
अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट किया, ''अब तो विकास ख़ुद ही पूछ रहा है... 'विकास' को कब गिरफ़्तार करोगे... करोगे भी या नहीं? वैसे उप्र की 'नाम बदलू' भाजपा सरकार के पास एक विकल्प और है... किसी और का नाम बदलकर 'विकास' रख ले और फिर... बाकी क्या कहना... जनता ख़ुद समझदार है।'' इससे पहले अखिलेश ने ट्वीट किया, ''उप्र सत्ता व अपराध के गठजोड़ के उस वीभत्स दौर में है, जहां न तो पुलिस को मारनेवाले दुर्दांत अपराधी पर कोई कार्रवाई हुई है और न ही उस अधिकारी पर जिसकी संलिप्तता का प्रमाण चतुर्दिक उपलब्ध है। ऐसे में तथाकथित निष्पक्ष जांच भी उनसे करवाई जा रही है, जो ख़ुद कठघरे में खड़े हैं।''
प्रियंका गांधी ने गिनाए यूपी में अपराध के आंकड़े
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ''पूरे देश के कुल अवैध हथियारों के मामले में 56% मामले यूपी में दर्ज हैं। 2016-2018 के मध्य यूपी में साइबर अपराधों के मामले में 138% की वृद्धि हुई। यूपी सरकार इन आंकड़ों को संज्ञान में लेकर एक्शन लेने की बजाय इनकी बाजीगरी करने का काम कर रही है। अपराध कम कैसे होगा?'' बता दें, कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की मौत का जिम्मेदार विकास दुबे अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। यूपी पुलिस तमाम मशक्कत के बाद भी अब तक विकास दुबे को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है।
विकास दुबे ने जिस पिस्टल से पुलिसकर्मियों पर चलाई थी गोली, वो हुई बरामद